नई दिल्ली। सभी नवग्रहों Guru Rashi Parivartan 2021 में सबसे अधिक खास माने जाने वाले देवगुरु वृहस्पति ने 20 नवंबर को 8:36 पर मकर से कुंभ में प्रवेश कर लिया है। ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को समृद्धि व सौभाग्य का कारक माना जाता है। इनकी गिनती सबसे शुभ ग्रह में की जाती है। इनका राशि परिवर्तन एक बड़े बदलाव लेकर आया है। ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल कुमार पाण्डेय के अनुसार गुरु की यह स्थिति किसी न किसी प्रकार से सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगी। परंतु इसमें से सबसे अधिक लाभ कुछ गिनी चुनी राशियों को मिलेगा। आइए जानते हैं कौन सी हैं वे राशियां।
एक वर्ष में बदलते हैं राशि —
ज्योतिषियों के अनुसार गुरु ग्रह वर्ष में एक बार अपना राशि परिवर्तन करते हैं। 20 नवंबर की रात 8:36 पर धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण में गोचर करते हुए कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। 13 अप्रैल 2022 तक इसी राशि में रहेंगे। गुरु राशि परिवर्तन से कई राशि वालों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा। बृहस्पति के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर इस राशि वालों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। गुरु का यह राशि परिवर्तन कुछ खास राशियों के लिए खास रहने वाला है।
आइए जानते हैं कौन सी हैं वे राशियां —
कुंभ-
कुंभ राशि के जातकों के लिए गुरु का यह राशि परिवर्तन बेहद खास रहने वाला है। आपके जीवन में अचानक पॉजिटिविटी आने लगेगी। आप देखेंगे कि आत्मविश्वास भी बढ़ने लगेगा। स्वाभिमान बढ़ने से आप अपने आप में एक नया संचार महसूस करेंगे। करियर को लेकर नए अवसर मिल सकते हैं। आर्थिक स्थिति में मजबूत होगी।
मिथुन-
मिथुन राशि के जीवन में आ रहा उतार—चढ़ाव अब कम होने वाला है। इनके जीवन में एक नया ठहराव आ सकता है। आप देखेंगे आपको जीवन में स्थिरिता दिखने लगेगी। गुरु का यह राशि परिवर्तन से आपके जीवन में अधिक स्पष्टता लाएगा। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में गति पकड़ेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी समय अच्छा रहेगा।
सिंह –
सिंह राशि के जातक भी अपने निजी जीवन में एक नई सुबह के साथ्ज्ञ अच्छी शुरुआत की उम्मीद रख सकते हैं। अविवाहितों के विवाह तय होने लगेंगे। अपनों से चल रही कडवाहटें कम होने से मन प्रसन्न रह सकता है। व्यापार में लाभ होने से आत्म विश्वास बढ़ेगा। जिससे नया मुकाम हासिल कर सकते हैं।
मेष-
मेष राशि वालों के लिए गुरु राशि परिवर्तन किसी वरदान से कम नहीं है। देवगुरु का यह गोचर हर तरफ से शुभ समाचार की बारिश कराएगा। सभी क्षेत्रों में उन्हें सफलताएं मिलेंगी। इसके अलावा आपको माता-पिता का भी भरपूर सहयोग मिलेगा।
वृश्चिक-
वृश्चिक राशि के जातकों को गृहस्थ जीवन में प्रसन्नता मिलेगी। अपनों से मिलन व उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर पाएंगे। आफिस मे कार्य स्थल पर आपको नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। आप अपनी कौशल और कला के बल पर दूसरों को भी प्रेरित कर पाएंगे।
तुला-
तुला राशि के जातकों गुरु का गोचर चरम पर पहुंचा सकता है। आपसी तालमेल और संतुलन के साथ आप नया संचार महसूस करेंगे। जिससे आप खुशी महसूस करेंगे। रचनात्मक क्षमता चरम पर होगी। नया काम सीखने के लिए यह समय आपके लिए अनुकूल है।
जानिए देवगुरु से जुड़ी कुछ और बातें —
ज्योतिष में गुरु ग्रह की स्थिति
ज्योतिषियों की मानें तो गुरु को सबसे अधिक लाभ देने वाला ग्रह माना जाता है। इसके अलावा यह भाग्य और सम्मान का कारक भी होता है। लगभग सभी ग्रहों से मित्रवत व्यवहार करने वाले गुरु को बेहद शुभ माना जाता है। देवगुरु बृहस्पति का राशि स्वामी धनु और मीन हैं। जबकि कर्क राशि में ये उच्च के और मकर राशि में नीच के होते हैं। उच्च की स्थिति में ये सबसे अधिक शुभ फल प्रदान करते हैं। जबकि नीच की स्थिति में इन्हें अशुभ माना जाता है।
लोगों में रहेगा उत्साह —
– देवगुरु का मकर से कुंभ गोचर नए उत्साह और अवसर की वृद्धि कराएगा। लोगों के रुके काम फिर से बनते दिखेंगे। शिक्षा, यात्रा, प्रकाशन, व्यवसाय आदि में सफलता के योग बनते दिख रहे हैं।
– इस परिवर्तन से किसी को चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा तो किसी को भरपूर सफलता मिलेगी। गुरु को मानसिक शक्ति, उत्साह, पेशेवर कौशल और आपकी प्रतिभा का कारक माना जाता है। अत: इन सभी चीजों में बदलाव आएगा।