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अहमदाबाद। गुजरात में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर बृहस्पतिवार को महंगाई के विरोध का प्रतीक बन गया और विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान कुछ मतदाता ऐसे सिलेंडर के साथ मतदान केंद्रों पर पहुंचे। वहीं, मालधारी समुदाय का एक सदस्य अपने गोपालक समुदाय की पीड़ा को उजागर करने के लिए एक गाय और एक बछड़ा लेकर मतदान केंद्र पर पहुंचा। वहीं कुछ मतदाता जश्न के मूड में थे और बोटाड जिले में एक मतदान केंद्र पर एक दूल्हा शादी से पहले अपनी बारात व 'बैंड-बाजा' के साथ मतदान केंद्र पर पहुंचा। कांग्रेस के एक नेता और आम आदमी पार्टी (आप) के एक उम्मीदवार क्रमशः अमरेली और राजकोट में साइकिल से मतदान केंद्र तक पहुंचे। वराछा रोड विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर जैसमीन मर्चेंट अपने कंधे पर गैस सिलेंडर लेकर पहुंचे।
मर्चेंट ने व्यंग्यात्मक लहजे में संवाददाताओं से कहा, 'रात में मुझे सपने में गैस सिलेंडर दिखा और उसने कहा कि वह भी मतदान करना चाहता है, इसलिए मैं इसे अपने साथ लाया हूं।' कांग्रेस विधायक और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता परेश धानाणी भी साइकिल पर गैस सिलेंडर लेकर अमरेली के एक मतदान केंद्र पहुंचे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी के 27 साल के शासन ने गुजरात को बर्बाद कर दिया। महंगाई से लोग बुरी तरह परेशान हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपये से भी अधिक हो गई हैं, वहीं गैस सिलेंडर की कीमत 1,100 रुपये हो गई है। ऐसे में, गरीब कैसे जीवित रहेगा? मेरा वोट महंगाई, मंदी, बेरोजगारी को हराने के लिए तथा भाजपा की भ्रष्ट और दमनकारी सरकार को समाप्त करने के लिए है।’’ उनकी बेटी पहली बार मतदाता बनी हैं और उन्होंने भी महंगाई के खिलाफ विरोध जताया। वह साइकिल से आईं और वह अपने साथ खाद्य तेल का एक टिन लेकर आई थीं।राजकोट पश्चिम से आप के प्रत्याशी दिनेश जोशी भी गैस सिलेंडर और खाद्य तेल का टिन लेकर साइकिल से मतदान केंद्र आए।
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