अहमदाबाद। कांग्रेस की गुजरात ईकाई दिसंबर 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरने के लिए 28 मार्च को गांधीनगर में शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए एक महा रैली आयोजित करेगी। पार्टी की प्रदेश ईकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस करीब पांच लाख रिक्त सरकारी पदों को भरने, परीक्षा पत्र लीक मामलों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए परीक्षा पत्र लीक होने से रोकने के लिए कानून बनाने की मांग करेगी।
युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई रूपरेखा नहीं रखी
कांग्रेस के गुजरात मुख्यालय में पटेल और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राज्य सरकार पर बेरोजगारी के मुद्दे पर राज्य के युवाओं को ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ जैसे कार्यक्रमों के जरिए गुमराह करने का आरोप लगाया। मेवानी ने कांग्रेस को समर्थन दिया है। दोनों नेताओं ने कहा कि विधानसभा में तीन मार्च को पेश किया गया राज्य का बजट निराशाजनक था क्योंकि सरकार ने नौकरियों की तलाश कर रहे युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई रूपरेखा नहीं रखी। पटेल ने दावा किया, ‘‘सात पृष्ठों का राज्य का बजट ऐसा लगता है जैसे कि पिछले साल के बजट की नकल की गयी है।
करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गयी
शिक्षित बेरोजगार युवा इस उम्मीद से जी रहे हैं कि उन्हें सरकारी या निजी उद्यम में उचित नौकरी मिलेगी लेकिन राज्य सरकार इस संबंध में कुछ नहीं कर रही है।’’ मेवानी ने कहा कि राज्य सरकार को परीक्षा पत्र लीक होने के मामलों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जैसे कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने किया। उसने 45 दिनों के भीतर ऐसे एक मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने दावा किया कि सरकार की नाकाम आर्थिक नीति के कारण करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गयी।
गुजरात में 40-50 लाख बेरोजगार युवा हैं
मनरेगा में काम कर रहे लोगों की संख्या दोगुनी हो गयी है और कुछ रिक्त पदों के लिए लाखों लोगों ने आवेदन दिया है। मेवानी ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि गुजरात में 40-50 लाख बेरोजगार युवा हैं। युवा कांग्रेस ऐसे लोगों से इस मुद्दे पर राज्य सरकार को चुनौती देने के लिए गांधीनगर आने की अपील करती है।’’