गांधीनगर। पहली बार विधायक बने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के Gujarat CM विधायक भूपेंद्र पटेल सोमवार को गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वह विजय रूपाणी की जगह लेंगे जिन्होंने राज्य में विधानसभा चुनाव से 15 महीने पहले शनिवार को अचानक पद से इस्तीफा दे दिया था।
पटेल (59) को रविवार को भाजपा विधायक दल की Gujarat CM बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया और वह अपराह्न 2:20 बजे राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गुजरात: राज्य के मनोनीत मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता नितिन पटेल से मुलाकात की।
भूपेंद्र पटेल आज दोपहर में गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। pic.twitter.com/IFNCpgtGKd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 13, 2021
पहली बार के विधायक पटेल का नाम शीर्ष पद के लिए सामने आने पर कई लोगों Gujarat CM को हैरानी हुई क्योंकि राजनीतिक हलकों में मुख्यमंत्री के लिए जिन नामों की अटकलें चल रही थी, उनमें कहीं भी उनका नाम नहीं था।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि सोमवार के शपथ ग्रहण समारोह में केवल पटेल शपथ लेंगे और गुजरात Gujarat CM के नए मंत्रिमंडल के बारे में निर्णय बाद में लिया जाएगा। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पटेल को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए रविवार को आमंत्रित किया।
राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा विधायक दल के नए नेता भूपेंद्रभाई पटेल ने अपने नेतृत्व में सरकार बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। प्रस्ताव को स्वीकार करते
हुए उन्हें 13 सितंबर को अपराह्न 2:20 बजे मुख्यमंत्री के रूप में Gujarat CM शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।’’
राजभवन में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नवनियुक्त नेता श्री भूपेंद्रभाई पटेल जी ने अपने नेतृत्व में नई सरकार गठित करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। प्रस्ताव को स्वीकार कर मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण के लिए उनको 13 सितंबर, 2021को दोपहर 2:20 बजे आमंत्रित किया। pic.twitter.com/gTZrUYKRdW
— Acharya Devvrat (@ADevvrat) September 12, 2021
शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाग ले Gujarat CM सकते हैं। शाह ने कल ट्वीट किया था, ‘‘मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशानिर्देश में और पटेल के नेतृत्व में राज्य की विकास यात्रा को नयी ऊर्जा और गति मिलेगी।’’
श्री @Bhupendrapbjp जी को @BJP4Gujarat विधायक दल का नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
मुझे विश्वास है कि @narendramodi जी के मार्गदर्शन व आपके नेतृत्व में प्रदेश की अनवरत विकास यात्रा को नई ऊर्जा व गति मिलेगी और गुजरात सुशासन व जनकल्याण में निरंतर अग्रणी बना रहेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) September 12, 2021
भाजपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि मोदी ने रविवार को पटेल से फोन पर बात की और उन्हें बधाई दी। पटेल इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री भी नहीं रहे, जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 साल पहले गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले कभी मंत्री नहीं रहे थे।
मोदी को सात अक्टूबर, 2001 मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गयी थी और वह राजकोट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर 24 फरवरी, 2002 को विधायक चुने गये थे। पटेल को मृदुभाषी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने नगरपालिका स्तर के नेता से लेकर प्रदेश की राजनीति में शीर्ष पद तक का सफर तय किया है।
पटेल 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य की Gujarat CM घाटलोडिया सीट से पहली बार चुनाव लड़े थे और जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक वोटों से हराया था, जो उस चुनाव में जीत का सबसे बड़ा अंतर था।
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारी और अपने समर्थकों के बीच ‘दादा’ के नाम से पुकारे जाने वाले पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और अब उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है। वह जिस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते Gujarat CM हैं, वो गांधीनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सांसद हैं।
भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कहा Gujarat CM कि जमीनी स्तर पर पटेल का कामकाज, सहकारिता क्षेत्र पर उनकी पकड़, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ाव और प्रशासनिक क्षमताएं जैसे गुणों के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी दी गयी है।
गुजरात में पाटीदार जाति का वर्चस्व है और बड़ी संख्या में Gujarat CM मतदाता इसी जाति के हैं। रूपाणी भाजपा शासित राज्यों में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान पद छोड़ने वाले चौथे मुख्यमंत्री हैं।