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अतिथि शिक्षिका की कलेक्टर से तू तू-मैं मैं: कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर दी सुसाइड की धमकी, जानें क्यों सुनाई जमकर खरी-खोटी

MP Guest Teacher Salary: अतिथि विद्वान की सैलरी का एमपी में हमेशा ही रोना रहा है। बजट आवंटित नहीं होने की बात कर हर बार सैलरी अटक जाती है।

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Rahul Sharma
अतिथि शिक्षिका की कलेक्टर से तू तू-मैं मैं: कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर दी सुसाइड की धमकी, जानें क्यों सुनाई जमकर खरी-खोटी

हाइलाइट्स
  

  • महिला अतिथि शिक्षक ने कलेक्टर को जमकर सुनाया!
  • 10 महीने से वेतन नहीं मिलने पर भड़की अतिथि शिक्षक
  • छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर दी सुसाइड की धमकी
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MP Guest Teacher Salary: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में अतिथि शिक्षकों को 10 महीने से वेतन नहीं मिला है।

बिना पैसों के परिवार पालने में हो रही कठिनाई को लेकर सोमवार को अतिथि शिक्षक कलेक्ट्रेट पहुंचे।

इस दौरान उनका सामना छिंदवाड़ा कलेक्टर से हुआ, उन्होंने कलेक्टर के सामने 10 महीने से अटकी सैलरी की मांग दोहराई और उन्हें आवेदन सौंपा।

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कलेक्टर ने ये आवेदन तुरंत अपने पीए को थमा दिया। छिंदवाड़ा कलेक्टर का ये व्यवहार देखकर वहां मौजूद महिला अतिथि शिक्षक भड़क गई।

पहले ये वीडियो देंखे...

इस वीडियो में नजर आ रही महिला का नाम ममता परसोई है, जो अतिथि शिक्षक हैं।

ममता जिन्हें खरी-खोटी सुना रही हैं वो छिंदवाड़ा जिले के कलेक्टर शीलेंद्र सिंह हैं।

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ममता कलेक्टर से कह रही है कि आपको हमारी कुछ पड़ी नहीं हाथ में पर्ची रखी और बस।

इस पर कलेक्टर ने कहा कि पहले तो इन्हें बैठाए। इससे गुस्से से तिलमिलाई ममता ने तपाक से जवाब देती है।

क्यों बैठा लेना...बात करनी की तमीज नहीं है। कलेक्टर ने कहा पहले तमीज से बात करना सीखो।

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ममता कहती है कि पेमेंट (MP Guest Teacher Salary) नहीं मिली 10 महीने से... तुम्हारा नाम लिखकर यहीं सोसाइड कर लूंगी।

महिला अतिथि शिक्षक और कलेक्टर के बीच इसी तरह से करीब 1.03 मिनिट बहस चली।

यह है अतिथि शिक्षकों की पीड़ा

इस पूरे हंगामे के बाद पुलिस महिला अतिथि शिक्षक को समझाते हुए परिसर के अंदर ले गई।

अतिथि शिक्षिकों का कहना है कि वो अपने वेतन (MP Guest Teacher Salary) के लिए पिछले 10 महीने से परेशान हैं।

वो कई बार प्रशासन के तमाम अफसरों से सैलरी की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी सुनवाई कही नहीं हो रही है।

प्रदेश में एक लाख से अधिक अतिथि शिक्षक

मध्य प्रदेश में एक लाख से अधिक अतिथि शिक्षक सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं।

https://twitter.com/BansalNewsMPCG/status/1784959375334842654

इनमें से 72 हजार से अधिक तो पोर्टल पर रजिस्टर्ड भी हैं।

हर साल रिक्त पदों के विरुद्ध इन्हें स्कूलों में एक फिक्स वेतन (MP Guest Teacher Salary) के आधार पर रखा जाता है।

इनमें प्राथमिक यानी वर्ग 3 के अतिथि शिक्षक को 10 हजार रुपये, माध्यमिक यानी वर्ग 2 के अतिथि शिक्षक को 14 हजार रुपये और उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 के अतिथि शिक्षक को 18 हजार रुपये वेतन मिलता है।

72 हजार को नहीं मिला दो माह से वेतन

प्रदेश के 72 हजार अतिथि शिक्षकों को मार्च और अप्रैल माह का वेतन (MP Guest Teacher Salary) नहीं मिला है।

वहीं कुछ जिलों के अतिथि शिक्षकों को जनवरी से तो कुछ को 10 माह से सैलरी नहीं मिली है।

इससे परिवार के पालन पोषण तक में दिक्कत हो रही है। क्योंकि इनमें से अधिकांश को स्कूलों में पढ़ाते हुए 8 से 10 साल का समय हो गया है। वे अब कहीं और जॉब के लिए अप्लाई भी नहीं कर सकते।

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बजट को लेकर रहती है हर बार समस्या

पूरा मामला बजट से जुड़ा हुआ है। हर बार वेतन (MP Guest Teacher Salary) देने में इसे लेकर समस्या रहती है।

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अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव रविकांत गुप्ता ने कहा कि जब भी अधिकारियों से बात करो तो वह वित्त विभाग का हवाला देकर बजट आवंटित नहीं होने की बात कह देते हैं।

दरअसल संकुल प्राचार्य और शिक्षा अधिकारी की ओर से समय से बजट की डिमांड नहीं जाती है, जिसका खामियाजा न केवल अतिथि शिक्षक बल्कि उसके पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है।

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मई के वेतन को लेकर भी असमंजस

अतिथि शिक्षकों को मई के वेतन (MP Guest Teacher Salary) को लेकर भी असमंजस है।

दरअसल हर बार की तरह विभाग ने सभी अतिथि शिक्षकों की सेवाएं 30 अप्रैल को समाप्त करने का आदेश निकाला। इन्हें जुलाई और अगस्त में फिर ज्वाइन कराया जाता।

लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण अतिथि शिक्षकों (महिला अतिथि शिक्षकों को छोड़कर) की ड्यूटी मतदान में भी लगाई दी गई।

लोक शिक्षण संचालनायल के आयुक्त ने अतिथि शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उन्हें मई माह का वेतन दिया जाएगा, लेकिन अब तक इस संबंध में विभाग की ओर से कोई आदेश जारी ही नहीं हुआ है।

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