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हाइलाइट्स
एलन मस्क का एआई बेस्ड Grokipedia लॉन्च
Wikipedia को चुनौती देगा नया प्लेटफॉर्म
एडिटिंग और कंट्रोल सिस्टम पूरी तरह अलग
Grokipedia vs Wikipedia: एलन मस्क ने हाल ही में Grokipedia लॉन्च किया है, जो अब सीधे तौर पर Wikipedia को चुनौती दे रहा है। यह एक नई Online Encyclopedia है जिसे उनकी कंपनी xAI ने तैयार किया है। देखने में यह Wikipedia जैसा ही लगता है, लेकिन काम करने का तरीका, कंट्रोल सिस्टम और टेक्नोलॉजी पूरी तरह अलग है। फिलहाल इसका पहला वर्जन Grokipedia v0।1 लॉन्च किया गया है, जो लोगों के लिए फ्री (Free) में उपलब्ध है। आइए विस्तार से समझते हैं कि आखिर दोनों में क्या है असली फर्क।
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Grokipedia Logo[/caption]
Grokipedia पूरी तरह AI पर आधारित है
Wikipedia एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसे इंसान मिलकर चलाते हैं। दुनिया भर के हजारों लोग इस प्लेटफॉर्म पर आर्टिकल लिखते हैं, एडिट करते हैं और फिर एडिटर्स व ऑटोमेटिक सिस्टम उन जानकारियों को वेरिफाई करते हैं। यही कारण है कि अक्टूबर 2025 तक Wikipedia के पास 123 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स हैं और यह सबसे बड़ा ऑनलाइन इंफॉर्मेशन डेटाबेस बन चुका है।
वहीं दूसरी तरफ, Grokipedia पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) पर निर्भर है। इसे Elon Musk की AI कंपनी xAI ने तैयार किया है। यह प्लेटफॉर्म अपने आर्टिकल्स और फैक्ट्स को वेरिफाई करने के लिए xAI के AI चैटबॉट Grok का इस्तेमाल करता है। हालांकि Grokipedia में दिखाई जाने वाली कुछ जानकारी Wikipedia से ली जाती है क्योंकि यह Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 लाइसेंस के तहत चलती है। इसका मतलब यह है कि Grokipedia को Wikipedia के डेटा का इस्तेमाल करने की इजाजत है, लेकिन उसका उपयोग Musk की AI टीम के हिसाब से प्रोसेस किया जाता है।
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AI chat boat Grok (xAI)[/caption]
Wikipedia का विशाल डेटाबेस बनाम Grokipedia का छोटा नेटवर्क
Wikipedia के पास दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन कंटेंट नेटवर्क में से एक है। Wikimedia Statistics के मुताबिक इसके अलग-अलग संस्करणों में कुल 20.9 करोड़ पेज मौजूद हैं। यह आंकड़ा किसी भी ओपन सोर्स नॉलेज प्लेटफॉर्म के लिए बहुत बड़ा है।
वहीं Grokipedia अभी अपने शुरुआती दौर में है। इसके पास केवल 8,85,000 पेज ही उपलब्ध हैं। यह फिलहाल v0.1 स्टेज पर है, यानी शुरुआती टेस्टिंग और डेवलपमेंट फेज में। Elon Musk का कहना है कि जैसे-जैसे इसका वर्जन आगे बढ़ेगा, Grokipedia का डेटा बेस और फीचर्स Wikipedia से कहीं अधिक एडवांस्ड हो जाएंगे।
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Wikipedia Logo[/caption]
एडिटिंग सिस्टम में सबसे बड़ा फर्क
Wikipedia में कोई भी यूजर किसी पेज को एडिट कर सकता है। हालांकि, पेज में बदलाव पब्लिक होने से पहले एडिटर्स और ऑटोमेटिक सिस्टम द्वारा जानकारी की जांच की जाती है। इस तरह Wikipedia में इंसानी कंट्रोल बना रहता है, जिससे गलत जानकारी के प्रसार की संभावना कम हो जाती है।
इसके उलट, Grokipedia में यूजर्स को सीधे एडिटिंग का अधिकार नहीं है। अगर कोई यूजर किसी आर्टिकल में बदलाव या सुधार करवाना चाहता है, तो उसे एक फीडबैक फॉर्म के जरिए सुझाव भेजना होता है। अगर xAI टीम उस सुझाव को सही मानती है, तभी बदलाव किया जाता है। यूजर्स ‘See Edits’ टैब में जाकर यह देख सकते हैं कि कौन से बदलाव कब किए गए हैं।
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Wikipedia Editing Page[/caption]
भाषा सपोर्ट में बड़ा अंतर
Wikipedia को इस समय 343 भाषाओं में पढ़ा जा सकता है। यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है क्योंकि यह लगभग हर बड़े देश और भाषा में नॉलेज पहुंचाता है।
दूसरी ओर, Grokipedia फिलहाल केवल 47 भाषाओं को सपोर्ट करता है। हालांकि, xAI ने कहा है कि आने वाले अपडेट्स में भाषा सपोर्ट को तेजी से बढ़ाया जाएगा। फिलहाल यह उन भाषाओं पर केंद्रित है जहां xAI के चैटबॉट Grok की पहुंच अधिक है।
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Wikipedia को इस समय 343 भाषाओं में पढ़ा जा सकता है।[/caption]
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Wikipedia नॉन-प्रॉफिट है, Grokipedia बिजनेस वेंचर
Wikipedia को Wikimedia Foundation चलाती है, जो एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है। इसका संचालन पूरी तरह से डोनेशन और ग्रांट्स (Grants) पर निर्भर करता है। इसका मकसद है ज्ञान को सबके लिए मुफ्त और निष्पक्ष रखना।
वहीं Grokipedia एक प्रॉफिट प्रोजेक्ट है, जिसे xAI कंपनी ने डेवलप किया है। यह Elon Musk के टेक इकोसिस्टम का हिस्सा है और आने वाले समय में यह उनके बाकी प्रोडक्ट्स जैसे X, Grok और Tesla AI के साथ इंटीग्रेट हो सकता है। Grokipedia न केवल एक Encyclopedia है, बल्कि एक AI-संचालित नॉलेज इंजन (Knowledge Engine) की दिशा में कदम भी है, जो भविष्य में इंटरनेट पर जानकारी एक्सेस करने का तरीका बदल सकता है।
[caption id="" align="alignnone" width="1257"] Wikimedia Foundation[/caption]
Grokipedia क्या है
ग्रोकपीडिया (Grokipedia) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा संचालित ऑनलाइन विश्वकोश (encyclopedia) है, जिसे एलन मस्क की कंपनी xAI ने लॉन्च किया है। यह विकिपीडिया (Wikipedia) के जैसा ही एक प्लेटफॉर्म है, जहां उपयोगकर्ता विभिन्न विषयों पर जानकारी खोज सकते हैं। ग्रोकपीडिया में लेख मनुष्यों द्वारा नहीं लिखे जाते, बल्कि यह ग्रोक (Grok) नामक AI मॉडल का उपयोग करके जानकारी को इकट्ठा करता है, उसकी जांच करता है और उसे आसान भाषा में प्रस्तुत करता है। मस्क का दावा है कि यह एक तेज, तथ्यात्मक और निष्पक्ष (unbiased) ज्ञानकोश (knowledge base) होगा और इसे विकिपीडिया का एक बेहतर विकल्प बताया जा रहा है।
एलन मस्क को Grokipedia बनाने की जरूरत क्यों पड़ी
एलन मस्क ने ग्रोकपीडिया को मुख्य रूप से विकिपीडिया के एकाधिकार को चुनौती देने और पक्षपात-रहित जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया है। मस्क लंबे समय से विकिपीडिया की आलोचना करते रहे हैं और उन पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि विकिपीडिया पर जो जानकारी दी जाती है, वह अक्सर किसी विशेष विचारधारा (जैसे वामपंथी) से प्रभावित होती है या उसमें राजनीतिक पक्षपात शामिल होता है। मस्क का लक्ष्य एक ऐसा मंच तैयार करना है जहाँ जानकारी केवल तथ्यों पर आधारित हो और AI के माध्यम से नियंत्रित होने के कारण यह पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी हो। उनका मानना है कि AI के उपयोग से ज्ञान को अधिक सटीक, सरल और तेजी से उपलब्ध कराया जा सकता है।
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Elon Musk[/caption]
FAQs
रिलायंस जियो का बड़ा ऐलान: अब यूजर्स को 18 महीने तक फ्री मिलेगा Google AI Pro का सब्सक्रिप्शन, जानिए कैसे करें एक्टिवेट
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भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की रेस अब तेज़ होती जा रही है। हाल ही में एयरटेल (Airtel) ने अपने यूजर्स को Perplexity Pro का फ्री सब्सक्रिप्शन देने का ऐलान किया था। अब रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने गूगल (Google) के साथ हाथ मिलाते हुए अपने ग्राहकों को एक और बड़ा तोहफा दे दिया है। कंपनी ने घोषणा की है कि जियो यूजर्स को 18 महीने तक Google AI Pro का सब्सक्रिप्शन बिलकुल फ्री मिलेगा। इसकी मार्केट वैल्यू करीब 35,100 रुपये बताई जा रही है। इसका मतलब यह है कि यूजर्स को डेढ़ साल तक प्रीमियम एआई सर्विस पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
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