अखिलेश सेन।
इंदौर। अंगदान क्षेत्र मे इंदौर एक बार फिर नये Green Corridor in Indore इतिहास की रचने जा रहा है। पिछले दिनों इंदौर की 52 वर्षीय महिला के बाद एक बार फिर रविवार को महिला द्वारा अंगदान किया जा रहा है। जिसके लिए रविवार को ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। 41 वां ग्रीन काॅरिडोर इंदौर में लोकल में ही बनाया जाएगा।
केडेवर आर्गन डोनेशन हेतु एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम होकर फ़िर ग्रीन कॉरिडोर बनने जा रहा है। इंदौर की 37 वर्षीय नेहा चौधरी के मृत्यु के बाद अंगदान किए जा रहे हैं। इन्हें उपचार के लिए 12 सितंबर को चोइथराम हॉस्पिटल में लाया गया था। जिसमें उन्हें उपचार दौरान ब्रेन डेड होना पाया गया। मानव कल्याण के भाव रखते हुए परिवार द्वारा स्वयं प्रेरणा से अंगदान की सहमती दे दी गई।
डाक्टर्स की टीम ने पहला ब्रेन स्टेम डेथ टेस्ट शनिवार 18 सितंबर को सुबह 9:55 पर व दूसरा ब्रेन स्टेम डेथ टेस्ट 4:17 pm को किया गया। संभाग आयुक्त डॉ पवन जी शर्मा अध्यक्ष इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन एवं सचिव डॉ संजय जी दीक्षित (डीन महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज) की अगुवाई में इन्दौर का नाम से एक बार फिर अंगदान का साक्षी बनने को है। Green Corridor in Indore साथ ही इसमें डॉ सुनील जी चांदीवाल, डॉ रतन जी सहजपाल डॉ आनंद जी सांघी, श्री अनिल लखवानी जी, रंजना चौहान का योगदान सराहनीय रहा।
इनको दिए जा सकते है बाकी अंग
नेहा के बाकी अंगों में लीवर चोइथराम हॉस्पिटल, एक किडनी सीएचएल हॉस्पिटल एवं एक किडनी बाम्बे हॉस्पिटल इंदौर जरूरतमंद रोगियों को प्रत्यारोपित किए जाने की संभावना है।