NDA Vs India Alliance: लोकसभा चुनाव के रुझानों ने राजनीति में भूचाल ला दिया है।
बहुमत के जादुई आंकड़े 272 सीट से बस थोड़ी ही अधिक होने से राजनीतिक गलियारों में खलबली है।
इधर इंडिया गठबंधन (NDA Vs India Alliance) एक्टिव हो गया है। कांग्रेस ने जेडीयू और TDP को साधने की कोशिशें शुरु कर दी है।
सोनिया के सारथी हुए रवाना
कांग्रेस ने जेडीयू नेता ललन सिंह से संपर्क साधा है। वहीं टीडीपी को भी इंडिया एलायंस में लाने की कवायद जारी है।
सोनिया के सारथी रवाना हो चुके हैं और हर संभावनाओं पर भरपूर कोशिश हो रही है।
सोनिया गांधी के सारथी केसी वेणुगोपाल ने टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश से बातचीत की है।
वहीं खबर ये भी है कि सोनिया गांधी के खास माने जाने वाले अशोक गहलोत को जेडीयू को साधने और आरजेडी के बीच समन्यव की जिम्मेदारी मिली है।
वहीं शरद पवार और नीतिश कुमार के बीच भी बातचीत हुई है।
कांग्रेस के प्रयास हुए सफल तो बनेंगी ये दो संभावनाएं
वर्तमान में जो रुझान चल रहे हैं यदि वे परिणाम में बदल जाते हैं और कांग्रेस के प्रयास सफल होते हैं तो ये दो संभावनाएं बन सकती हैं।
स्थिति एक: तेलगू देशम पार्टी और जेडेयू में से कोई एक पार्टी समर्थन दे और एक नहीं। तब इंडिया गठबंधन के पास 246 से 250 सीटें होंगी। यानी बहुमत से 22 से 26 सीटें दूर।
स्थिति दो: जब तेलगू देशम पार्टी और जेडेयू दोनो समर्थन दे देती है, तब इंडिया गठबंधन के पास 262 से 266 सीट होंगी। यानी बहुमत से 6 से 10 सीट दूर, इस स्थिति में पेंच फंस जाएगा।
बीजेपी के लिए चिंता का ये विषय
पश्चिम बंगाल में ममता बेनर्जी पहले ही बोल चुकी हैं कि भले ही उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन में नहीं है।
लेकिन इंडिया गठबंधन सरकार बनाती है तो उनकी पार्टी बाहर रहकर सपोर्ट करेगी।
पश्चिम बंगाल में आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस अभी 31 सीटों पर आगे चल रही है।
यही आंकड़े एनडीए गठबंधन (NDA Vs India Alliance) के लिए थोड़ी परेशानी खड़ी कर रहे हैं।