Radiation Processing Scheme for Onion Shortage: सरकार ने एक अधिकारी ने बताया कि इस साल 1,00,000 टन का बफर स्टॉक बनाने के लिए प्याज के रेडिएशन प्रोसेसिंग (Radiation Processing) में उल्लेखनीय वृद्धि करने की योजना बना रही है, क्योंकि इसका उद्देश्य राजनीतिक रूप से संवेदनशील प्याज की कमी और कीमतों में वृद्धि को रोकना है।
क्या होती है रेडिएशन प्रॉसेसिंग योजना
बता दें कि रेडिएशन प्रॉसेसिंग के जरिए प्याज की क्वालिटी को पहले जैसा बनाए रखने और उसे अंकुरित होने से रोकती है। इस प्रक्रिया के जरिए प्याज को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जाता है।
ऐसे प्रॉसेसिंग यूनिट का पता लगाने के लिए सहकारी समितियों को निर्देशित किया गया है। जबकि, रेलवे स्टेशनों के नजदीक ऐसी यूनिट स्थापित करने की तैयारी चल रही है।
स्टेशनों के पास स्टोरेज फेसेलिटी लगाने की योजना
उपभोक्ता मामलों (consumer affairs) के मंत्रालय की सचिव ने पीटीआई को बताया कि हम उपभोक्ता क्षेत्रों के आसपास 50 रेडिएशन केंद्रों की पहचान कर रहे हैं। अगर हम सफल रहे तो हम इस साल 1 लाख टन तक रेडिएशन प्रॉसेसिंग प्याज का स्टोरेज करने सक्षम होंगे।
सचिव ने कहा कि बफर स्टॉक के तुरंत ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा के लिए मंत्रालय प्रमुख रेलवे स्टेशनों के नजदीक वातावरण अनुकूल स्टोरेज फेसेलिटी स्थापित करने पर भी विचार कर रहा है।
क्यों उठाया जा रहा ये कदम
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की सचिव निधि खरे ने कहा कि जमाखोरी को हतोत्साहित करने और आपूर्ति में व्यवधान के कारण अक्सर कीमतों में होने वाली अस्थिरता पर अंकुश लगाने के लिए, सरकार प्याज की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर विकिरण प्रौद्योगिकी (radiation technology) का उपयोग करने की योजना बना रही है।