MP News: मध्य प्रदेश में बच्चियों के साथ हो रही रेप और हत्या की घटनाओं को लेकर कांग्रेस पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की फेसबुक पोस्ट ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। गोपाल भार्गव ने अपने पोस्ट में सवाल उठाया है कि क्या हम आज के समय में रावण दहन के हकदार हैं? उन्होंने आगे लिखा, “नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है, लेकिन हमारे समाज में कन्याओं के पूजन के साथ-साथ अबोध बेटियों के साथ बलात्कार जैसे घिनौने अपराध भी हो रहे हैं।” गोपाल भार्गव सागर जिले की रहली विधानसभा से 9वीं बार विधायक हैं और उनकी इस पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में चर्चा छेड़ दी है।
एक तरफ कन्या पूजन दूसरी तरफ घिनौने अपराध
गोपाल भार्गव ने कहा कि दशहरा के अवसर पर रावण दहन की तैयारियाँ चल रही हैं, लेकिन हमारे समाज में एक अजीब विरोधाभास है। एक ओर हम दुर्गा पूजन और कन्या पूजन कर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर हमारे समाज में अबोध बालिकाओं के साथ बलात्कार और हत्या जैसे घिनौने अपराध हो रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी घटनाएं केवल हमारे देश में ही हो रही हैं। यह हमारे समाज की मानसिकता और संवेदनशीलता पर बड़ा सवाल उठाता है। हमें अपने आंतरिक रावण को पहचानने और उसे दहन करने की आवश्यकता है, ताकि हम एक न्यायपूर्ण और सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकें।
सुंदरकांड का दिया उदाहरण
गोपाल भार्गव ने दशहरे के अवसर पर रावण दहन को लेकर सवाल उठाया है कि क्या हम वास्तव में रावण का पुतला जलाने के अधिकारी हैं? उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान हमें यह विचार करना चाहिए कि क्या हम बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक इस त्योहार को मनाने के योग्य हैं। उन्होंने रामचरित मानस के सुंदर कांड का उल्लेख किया, जहां रावण ने सीता माता का हरण किया था, लेकिन उनका स्पर्श करने का प्रयास नहीं किया। भार्गव ने कहा कि आज हमारे समाज में अबोध बालिकाओं के साथ बलात्कार और हत्या जैसे अपराध हो रहे हैं, तो क्या हम रावण का पुतला जलाने के अधिकारी हैं? यह सवाल हमारे समाज की मानसिकता और संवेदनशीलता पर बड़ा सवाल उठाता है।
फांसी की सजा के कानून के बाद और बढ़ गए रेप केस
बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव ने आगे लिखा कि हमें सबसे पहले इस बात का प्रण लेना होगा कि, हम अपने मन के अंदर और अपनी इंद्रियों में बैठे उस रावण को मारें। एक और बात गौर करने लायक है कि जब से ऐसे दुष्कृत्य करने वालों को मृत्युदंड और कड़ी सजाओं के कानून बने हैं। तब से ऐसी घटनाएं और अधिक देखने में आ रही हैं। नवरात्रि में हम सभी भारतीयों को यह आत्ममंथन का विषय है।
बता दें प्रदेश में लगातार रेप केस सामने आ रहे हाल ही में छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में वृद्धी हुई है। इसीको लेकर प्रदेश सरकार पर भी विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। अब बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता ने रेप केस को लेकर सवाल खड़ा किया है। जिसको लेकर सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है।