हाइलाइट्स
-
पेरिस ओलंपिक के एथलेटिक इवेंट मोंडो ट्रैक पर होंगे
-
नीरज इस ट्रैक के लम्बे समय से कर रहे हैं मांग
-
ओलंपिक में पहली बार पर्पल रंग के ट्रैक का इस्तेमाल
Neeraj Chopra Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 का आगाज चार दिन बाद होने वाला है।
इस बार ओलंपिक गेम्स फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक आयोजित किए जा रहे हैं।
पेरिस में दुनिया के सबसे बड़े खेल महाकुंभ की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।
पेरिस ओलंपिक के दौरान स्टेड डी फ्रांस स्टेडियम में होने वाले एथलेटिक्स इवेंट पर भी सबकी नजरें रहेंगी।
एथलेटिक्स इवेंट में नीरज चोपड़ा समेत दुनिया भर के स्टार एथलीट अपना दमखम दिखाएंगे।
पहली बार पर्पल कलर के एथलेटिक ट्रैक का इस्तेमाल
इस बार के ओलंपिक (Neeraj Chopra Paris Olympics) में एथलेटिक्स ट्रैक के कलर में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा।
ओलंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार बैंगनी रंग (पर्पल कलर) के एथलेटिक्स ट्रैक का इस्तेमाल किया जाएगा।
नया ट्रैक एथलीट्स के लिए गेम चेंजर
The purple track 💜
No more red-brick clay color, our Olympic & Paralympic track is going purple for the first time ever in the Stade de France. This new one is supplied by Mondo, Official Supporteur of #Paris2024. Records are made to be broken. Hope this track will help ⚡ pic.twitter.com/0Pr1EGHo7a— Paris 2024 (@Paris2024) May 21, 2024
आमतौर पर एथलेटिक ट्रैक का कलर किसी चमकदार ईंट जैसा लाल हुआ करता था, लेकिन अबकी बार ये पर्पल कलर का दिखेगा।
यह नया ट्रैक भारत समेत दुनिया भर के एथलीट्स के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
यह नया मोंडो ट्रैक ओलंपिक गेम्स (Neeraj Chopra Paris Olympics) में अब तक का सबसे तेज ट्रैक बताया जा रहा है।
मोंडो ट्रैक दुनिया में सबसे तेज माने जाते हैं
इस ट्रैक को इटली स्थित मोंडो ग्रुप ने डिजाइन किया है। साल 1976 के मॉन्ट्रियल ओलंपिक से मोंडो ग्रुप ट्रैक लगाने वाला रहा है।
पहली नजर में मोंडो ट्रैक एक सख्त कालीन की तरह दिखता है।
मोंडो ट्रैक में दो परतें होती हैं और इसकी सतह वल्कनीकृत रबर से बनी होती है, जो बेहतर ग्रिप और लचीलापन (Flexibility) प्रदान करती है।
बाहरी सतह के नीचे हवा से भरी गुहाओं की एक परत होती है जो शॉक एब्जॉर्बर का काम करती है।
इससे तेज उछाल भी मिलता है। ट्रैक एंड फील्ड के दिग्गज एथलीटों के परामर्श से डिजाइन किए गए मोंडो ट्रैक दुनिया में सबसे तेज माने जाते हैं।
ओलंपिक ट्रैक पर कमाल करेंगे नीरज?
जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra Paris Olympics) अक्सर भारत में मोंडो ट्रैक बनाने की वकालत कर रहे हैं।
नीरज पावर थ्रोअर नहीं हैं और वह अपने शरीर के लचीलेपन पर अधिक निर्भर करते हैं।
वह चाहते हैं कि जब वह थ्रो के लिए जाएं तो उनका शरीर स्थिर रहे।
वह रोटेशनल थ्रोइंग तकनीक के लिए जाने जाते हैं। मोंडो जैसा ट्रैक उनकी तकनीक के लिए आदर्श साबित होगा।
टोक्यो में नीरज ने जीता था गोल्ड
मोंडो द्वारा प्रदान की जाने वाली पकड़ भी उनके लिए एक पॉजिटिव होगी।
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra Paris Olympics) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था।
नीरज ओलंपिक गेम्स (Neeraj Chopra Paris Olympics) के दौरान एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं।
ये भी पढ़ें: भारतीय फुटबॉल टीम को मिला नया कोच: जानें इससे स्टार क्रिकेटर विराट कोहली को क्या होगा नुकसान
पेरिस ओलंपिक: भारत की 29 सदस्यीय एथलेटिक्स टीम
पुरुष: अविनाश साबले (3,000 मीटर स्टीपलचेज), नीरज चोपड़ा, किशोर कुमार जेना (भाला फेंक), तेजिंदरपाल सिंह तूर (शॉट पुट), प्रवीण चित्रवेल, अबदुल्ला अबूबकर (ट्रिपल जंप), अक्षदीप सिंह, विकास सिंह, परमजीत सिंह बिष्ट (20 किमी पैदल चाल), मुहम्मद अनस, मुहम्मद अजमल, अमोज जैकब, संतोष तमिलारासन, राजेश रमेश (4×400 मीटर रिले), मिजो चाको कुरियन (4×400 मीटर रिले), सूरज पंवार (पैदल चाल मिश्रित मैराथन), सर्वेश अनिल कुशारे (ऊंची कूद), जेसविन एल्ड्रिन (लंबी कूद)
महिला: किरण पहल (400 मीटर), ज्योति याराजी (100 मीटर बाधा दौड़), अन्नू रानी (भाला फेंक), पारुल चौधरी (3,000 मीटर स्टीपलचेज़ और 5,000 मीटर), अंकिता ध्यानी (5,000 मीटर), ज्योतिका श्री दांडी, सुभा वेंकटेशन, विथ्या रामराज, पूवम्मा एमआर (4×400 मीटर रिले), प्राची (4×400 मीटर), प्रियंका गोस्वामी (20 किमी पैदल चाल)।