नई दिल्ली। भारत में किसान खेती के अलावा आमदनी के लिए पशुपालन और डेयरी पर निर्भर रहते हैं। केंद्र सरकार पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में किसानों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी चलाती है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार का पशुपालन और डेयरी विभाग इस क्षेत्र से जुड़े किसानों को हर साल राष्ट्रीय स्तर पर गोपाल रत्न पुरस्कार (Gopal Ratna Award) देता है।
ये पुरस्कार देसी नस्लों की गाय-भैंस पालन को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है। इस संबंध में पशुपालन एवं डेयरी विभाग (Department of Animal Husbandry and Dairying) ने अब ट्वीट कर जानकारी दी है कि किसान गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए 15 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं।
कौन आवेदन कर सकता है?
1. गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए वो किसान आवेदन कर सकते हैं, जो गाय की 50 देसी नस्लों और भैंस की 18 देसी नस्लों में से किसी एक का पालन करता हो।
2. वो किसान, जो स्वदेशी नस्लों के गोजातीय पशुओं के पालन में बढ़िया काम करते हैं।
3. कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन जिसने इस काम के लिए कम से कम 90 दिनों की ट्रेनिंग ली हो।
4. वो दुग्ध उत्पादन कंपनी जो प्रतिदिन 100 लीटर दूध का उत्पादन करती है और उनके साथ तकरीबन 50 किसान जुड़े हुए हों।
गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए कैसे करें आवेदन
किसान इस अवार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 15 जुलाई 2021 से आवेदन की प्रक्रिया जारी है। आप इस आवेदन को 16 सितंबर 2021 तक कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको Google पर जाना होगा। वहां आप gopalratnaaward.qcin.org टाइप करें। इसे सर्च करने के बाद आपके सामने पशुपालन एवं डेयरी विभाग की वेबसाइट खुल जाएगी, जहां से आप इस अवार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।