हार्ट अटैक की शुरुआत और उसके बाद के शुरुआती 5 से 15 मिनट बेहद अहम होते हैं। इस समय को “गोल्डन मिनट्स” या “गोल्डन ऑवर्स” कहा जाता है। वजह यह है कि इन मिनटों में हार्ट की धड़कन बिगड़ने लगती है और ब्लड फ्लो रुक सकता है। अगर तुरंत सही कदम उठाए जाएं तो मरीज की जान बचाई जा सकती है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही या गलत कदम उसकी हालत को और बिगाड़कर मौत का कारण भी बन सकते हैं। ऐसे हलात में तुरंत एम्बुलेंस बुलाकर मरीज को नजदीकी अस्पताल ले जाएं। मरीज को आराम की स्थिति में लिटाकर रखें, दौड़ने-भागने या घबराने से बचें। अगर डॉक्टर की सलाह से पहले से दवा (जैसे एस्पिरिन) है तो तुरंत मरीज को दें । कार्डियक अरेस्ट होने पर तुरंत CPR शुरू करें। बहुत से लोग घर पर ही घरेलू इलाज करने की कोशिश करते हैं जिससे समय बर्बाद तो होगा ही साथ ही मरीज की तबीयत भी बिगड़ सकती है। दाल, दलिया, सोयाबीन आदि पौष्टिक फूड्स को डाइट में शामिल करें। गहरी नींद लें, फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं, काम करते रहें, योग व व्यायाम जरूर करें, तनाव से दूरी बनाएं।
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