Fake Gold Testing Tips at Home: हर कोई चाहता है कि वो भविष्य के लिए कुछ पूंजी इकट्ठी करे। ऐसे में सबसे अच्छा विकल्प अगर कोई दिखता है तो वो है सोना। लेकिन जरा सोचिए अगर आपके सोना खरीदने के बाद ये पता चले कि जो सोना आपने खरीदा है वह नकली है तो आपके पैरों तले जमीन खिसक सकती है।
दीपावली और शादी के सीजन के अलावा लोग अक्षय तृतीया पर भी सोना खरीदते हैं। ऐसे में चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप घर बैठे असली-नकली सोने की पहचान (Asli Nakli sone ki Pahchan) कैसे कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कितना सोणा है आपका सोना…
कैरेटेज या सोने की शुद्धता
यदि आप आज सोने की कीमत की जांच करते हैं, तो आप देखेंगे कि 24 कैरेट सोने, 22 कैरेट सोने आदि के लिए अलग-अलग दरें लिखी होती हैं। यह सोने की शुद्धता को बताती हैं। सोने का सबसे शुद्ध रूप है 24 कैरेट या 24K होता है। ये सोना 99.99% शुद्ध होता है। लेकिन आपको बता दें इंडिया (India) में ज्यादातर ज्वेलरी 14K से 22K के बीच शुद्धता वाली बनाई जाती हैं।
इस तरह, सोने पर अंकित अंक 22K916 ये बताता है कि वह सोने का सामान 22K सोने से बना है। यानी इसमें सोने की मात्रा 91.6% है। तो वहीं 14K585 साइन ये बताया है कि वो चीज 58.5% सोने से बनी है, इसके अलावा उसमें दूसरे मेटल का उपयोग किया गया है। आपको बता दें कई बार दुकानदार शुद्ध सोना के नाम पर इसमें चांदी, तांबा और जस्ता की मिलावट कर देते हैं।
ज्वेलरी पर जरूर देखें हॉलमार्क का निशान
आपको बता दें जब भी सोना (fake gold) खरीदें, तो उस पर हॉलमार्क (Hallmark) का निशान जरूर देखना चाहिए। इससे यह प्रमाणित होता है कि सोना असली है। ये प्रमाण सर्टिफिकेशन ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड द्वारा दिया जाता है।
आपको बता दें यदि स्थानीय ज्वैलर्स बिना हॉलमार्क के गहने बेचते हैं तो इस स्थिति में खुद इसकी पहचान करनी होती है। आपको हमेशा सोना विश्वसनीय दुकान से खरीदना चाहिए। इसके अलावा बड़े शोरुम पर विश्वास किया जा सकता है। क्योंकि इनके द्वारा सोने के असली होने को लेकर पूरे जरुरी दस्तावेज दिए जाते हैं।
हॉलमार्किंग है जरूरी
आपको बता दें सोने की शुद्धता के लिए हॉलमार्किंग जरूर चेक करनी चाहिए। यह असली सोने की पहचान के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) का एक क्वालिटी सर्टिफिकेट है। यह सर्टिफिकेट आपको इस बात की गारंटी देता है कि आप जो सोना खरीद रहे हैं वह पूरी तरह शुद्ध है। बता दें कि भारत में जून 2021 से सोने की ज्वेलरी आदि पर हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी गई है।
आपने देखा होगा कई बार ज्वेलर आपको बिना हॉलमार्किंग वाला सोना बेच देते हैं जिसके असली होने की कोई गारंटी नहीं होती है। इसलिए आपको सोने की असली हॉलमार्किंग की पहचान करना आना चाहिए। जिससे आप असली और नकली सोने में आसानी से अंतर कर सकें। यहां हम आपको हॉलमार्किंग चेक करने का तरीका बता रहे हैं।
इन निशानों से पहचानें सोना असली है या नकली
जब भी आप सोना या उससे बनी ज्वेलरी खरीदते हैं तो आपको उस पर बीआईएस चिह्न जरूर चेक करना चाहिए। इसे एक त्रिकोण की तरह दर्शाया जाता है। वहीं बिल पर हॉलमार्किंग की कॉस्ट को चेक करने के लिए आपको बिल ब्रेकअप के लिए रिक्वेस्ट करनी चाहिए।
आपको बिल में लागत और हॉलमार्किंग सेन्टर द्वारा निर्धारित मूल्य को चेक कर लेना चाहिए। साथ ही आपको कैरेट भी चेक करना जरूरी है। आप जो सोना खरीदते हैं उसे कम से कम 22 कैरट होना चाहिए। इसके अलावा आप जोहरी के लाइसेंस पर लिस्टेड स्टोर के पते को भी चेक कर सकते हैं।
ऐसे चेक करें हॉलमार्किंग
हॉलमार्किंग के जरिए आप असली या नकली सोने की तुरंत पहचान कर सकते हैं। इसके लिए आपको उसका हॉलमार्क देखना होता है। अगर सोने का हॉलमार्क 375 है तो यह 37.5 फीसदी शुद्ध सोना है।
इसी तरह हॉलमार्क 585 है तो यह सोना 58.5 फीसदी , 750 हॉलमार्क होने पर सोना 75.0 फीसदी, 916 हॉलमार्क होने पर सोना 91.6 फीसदी , 990 हॉलमार्क होने पर सोना 99.0 फीसदी, 999 होने पर सोना 99.9 फीसदी शुद्ध माना जाता है।
घर पर असली-नकली सोना पहचानने के तरीके (How to Test Gold and Silver)
1: असली सोने में नहीं आती बदबू
यदि आप बिना किसी चीज के ये पहचानना चाहते हैं कि सोना असली है या नकली। तो आपको बता दें जो असली सोना होता है उसमें से कभी बदबू नहीं आती।
नकली सोना पसीने के संपर्क में आने पर दुर्गंध देने लगता है। तो वहीं असली सोने से किसी भी तरह की बदबू नहीं आती है।
2: पानी से सोने की पहचान
घर पर सोने की शुद्धता जांचने के लिए आप बाल्टी में पानी डालें। इसके बाद इसमें अपने गहने डालें। अगर आपकी ज्वेलरी पानी में डूब जाए तो समझिए कि आपका सोना असली है। अगर आपकी ज्वेलरी कुछ देर तक पानी पर तैरती रहे तो समझिए जाएं कि सोना नकली है। आपको बता दें सोना कितना भी हल्का हो, वह पानी में डूब जाता है।
3: सिरके (Vinegar) से नकली सोने की पहचान
असली नकली सोना (Real Acid Gold) पहचानने के लिए आप घर के किचिन में मौजूद विनेगर (Vineger) का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप सोने के गहनों पर विनेगर की कुछ बूंदे डालें।
ऐसा करने के बाद अगर आपको इसके रंग में कोई अंतर समझ में आता है तो समझ जाइए आपका सोना नकली है। लेकिन इसके विपरीत अगर सोने का रंग (Real Gold Colour) बदलता नहीं है तो समझ जाएं कि आपकी ज्वेलरी असली है और उसमें कोई मिलावट नहीं है।
4: नाइट्रिक एसिड (Acid Test) सोने की पहचान
सिरके की तरह आप घर पर नाइट्रिक एसिड से भी सोने के असली-नकली होने की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले सोने के गहने को थोड़ा खुरचें। इसके बाद इस पर नाइट्रिक एसिड (nitric acid) की कुछ बूंदें डालें। यदि इस कंडीशन में इसका रंग बदलकर हरा हो जाए तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए क्योंकि ऐसे में आपका सोना नकली है।
विशेषज्ञों की मानें तो असली सोना (Real Gold) कभी रंग नहीं बदलता है। आपको बता दें इस दौरान ध्यान रखना होगा कि टेस्टिंग के दौरान एसिड आप पर न गिर जाए। क्योंकि एसिड (Acid) से आपको नुकसान भी हो सकता है।
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