भोपाल। बीते दिनों तीन साल की बच्ची से बस में हुए दुष्कर्म मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह 7 बजे आपात बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि भोपाल के एक निजी स्कूल की बस में बेटी के साथ हुई घटना विश्वास को हिला देने वाली है। माता-पिता अपने बच्चों को भरोसे पर स्कूल भेजते हैं, यह भरोसा बनाए रखना स्कूल प्रबंधन का दायित्व है। दोषी ड्रायवर और आया के खिलाफ कार्यवाही की जाए। साथ ही स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात सीएम ने कही है। यह आपात बैठक सीएम ने गुरुवार सुबह 7:00 बजे बुलाई।
कानूनी प्रावधानों पर कार्यशाला करवाएं
उन्होंने कहा है कि भोपाल के सभी स्कूलों के ड्रायवर व बसों में चलने वाले स्टाफ का परीक्षण हो करवाएं। अपराधी रिकॉर्ड व चारित्रिक रूप से दोषी व्यक्तियों को न रखा जाए। वहीं स्टाफ के प्रशिक्षण और कानूनी प्रावधानों पर कार्यशाला करवाएं। साथ ही बच्चों और पालकों के लिए पॉक्सो एक्ट के प्रावधानों के संबंध में जागरूकता और जानकारी पर केन्द्रित प्रशिक्षण भी सभी शासकीय और निजी शालाओं में किए जाएं।
ड्राइवर पर पहले से ही दो अपराध दर्ज
इस मामले में पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर ने घटना व अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि दोषी ड्रायवर के विरूद्ध पहले से ही दो अपराध दर्ज हैं। बस के अन्य बच्चों व उनके पालकों को विश्वास में लेकर यह जानने की कोशिश भी की जा रही है कि किसी अन्य के साथ इस प्रकार की घटना तो नहीं हुई है।