Ginger Facts आयुर्वेद में अदरक को जड़ीबूटी के रूप में उपयोग किया जाता है। ठंड के मौसम में चाय व पकवानों में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले अदरक के कई फायदे हैं, जिसके चलते स्वस्थ्य की दृष्टि से अदरक को एक वरदान के रूप में देखा जाता है। घरों की रसोई में मसाले से रूप में भी अदरक का उपयोग किया जाता है। वहीं महिलाओं में होने वाले कैंसर की रोकथाम के लिए भी अदरक कारगर साबित हो सकता है। लेकिन इन सभी उपयोगों में आने वाले Ginger अदरक के बारे में बहुत कम लोग ही यह जानते हैं कि अखिर अदरक जड़ है या एक तना। वहीं अदरक जमीन में ही क्यों होता या इसकी पैदावर जमीन में ही क्यों होती है। यहां जानिए अदरक के फायदे और उससे जुड़े इंटरेस्टिंग तथ्य। दरअसल, अदरक को वानस्पतिक नाम में जिंजिबर ऑफ़िसिनेल Zingiber officinale कहा जाता है।
अदरक की फसल
अदरक की फसल की पैदावार जमीन के अंदर ही होती है। ऐसा इसीलिए क्योंकि अदरक एक भूमिगत तने के रूप में विकसित होता है। यहां हम यह जान लें कि अदरक एक तना है न की जड़। यह भी मान सकते हैं कि अदरक जमीन के अंदर तने की संशोधित जड़ है। क्यों कि इसे देखने पर पता चलता है कि यह दूसरे पेड़ या पौधों की जड़ों की तरह होता है, जो जमीन के अंदर उगता है।
वहीं अदरक की फसल उष्ण क्षेत्र की फसल है। ऐसा माना जाता है कि अदरक की उत्पत्ति दक्षिणी-पूर्व एशिया में भारत या चीन में हुई है। ‘अदरक’ शब्द संस्कृत भाषा के स्ट्रिंगावेरा से आया है। इसका मतलब बारहा सिंधा के सींग के जैसा होता है।
अदरक गांठ के रूप में क्यों होता
अदरक में गांठें क्यों होती हैं? या अदरक गांठ के रूप में क्यों होता है। तो यहां बता दें कि अदरक की पैदावर जमीन के अंदर पेड़ की जड़ों की तरह होती है। यह जमीन के अंदर होने वाला संसोधित तना है, जिसके चलते अदरक का आकर गांठ की तरह होता है। वहीं अदरक हम सब्जी या फल न कहते हुए इसे एक जड़ी बूटी कह सकते हैं जो भारत के घरों के लगभग पत्येक किचिन में मसालों के तौर पर उपयोग होता है।
अदरक की की तरह हल्दी की पैदावार भी मिट्टी के अंदर ही होती है। हल्दी की गांठें भी अदरक की ही तरह किचिन में उपयोग की जाती हैं। आयुर्वेदिक के अनुसार हल्दी के लिए भी जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है।
ठंड के मौसम में अदरक का उपयोग
वहीं अगर हम अदरक के उपयोग की बात करें तो ठंड के मौसम में अदरक का ज्यादा उपयोग चाय या सब्जियों में किया जाता है। अदरक को 7 से 8 दिन तक सुरक्षित रूप में रखा जा सकता है। अदरक से कोलेस्ट्रॉल लेवल, हार्ट की बीमारी, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, आर्थराइटिस की बीमारी में अदरक का उपयोग फायदेमंद साबित होता है।
एक दिन में किसी व्यक्ति को 5 ग्राम अदरक या विशेषज्ञ द्वारा बताई गई मात्रा का सेवन करना चाहिए। अदरक के नुकसान की बात करें तो इसके ज्यादा सेवन से बवासीर की परेशानी हो सकती है, वहीं दस्त, डकार, व पेट की सामान्य परेशानी हो सकती है। Ginger Facts