मुंबई। ‘कोर्ट’ और ‘ताज महल 1989’ जैसी फिल्मों के अलावा वेब सीरीज ‘गुल्लक’ में अपने बेजोड़ अभिनय के जरिए दर्शकों और आलोचकों की तारीफें बटोरने वाली अभिनेत्री गीतांजलि कुलकर्णी Geetanjali Kulkarni का मानना है कि यदि कोई कलाकार बेहतर काम करता है तो लोग उसे अनदेखा नहीं करते और निश्चित रूप से उसकी सराहना होती है। गीतांजलि मौजूदा समय में ओटीटी (डिजिटल स्ट्रीमिंग) प्लेटफॉर्म पर अपने काम को लेकर काफी व्यस्त रहती हैं और इसका वह आनंद ले रही हैं।
नई दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की स्नातक गीतांजलि एक्शन ड्रामा सीरीज ‘‘आर्या’’ के दूसरे सीजन में सुष्मिता सेन के साथ एक अहम भूमिका में दिखाई देंगी। गीतांजलि टेलीविजन, फिल्मों और ओटीटी समेत सभी मनोरंजन के सभी माध्यमों में काम कर चुकी हैं, लेकिन उनका मानना है कि रंगमंच पर अभिनय करने से ही उनकी अदाकारी में निखार आया है और वह एक कलाकार के रूप में सशक्त हुई हैं।
गीतांजलि ने पीटीआई-भाषा को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘ रंगमंच पर काम करने का अनुभव वास्तव में मेरी बहुत मदद करता है, क्योंकि मेरा मानना है कि एक कलाकार के रूप में मेरे पास जो भी कला, दृढ़ता या मेरा स्वभाव है, वह रंगमंच के कारण ही है।’’ गीतांजलि ने मराठी नाटकों से लेकर हिंदी रंगमंच, टेलीविजन, फिल्मों और वेब सीरीज़ में काम करने का काफी लंबा सफर तय किया है।
अभिनेत्री ने कहा, ”मैंने जब रंगमंच पर काम किया तो उसका आनंद लिया। उस समय, टीवी बहुत दिलचस्प नहीं हुआ करता था जबकि फिल्मों में काम मिलना बहुत मुश्किल था। एक समय के बाद, मुझे एहसास हुआ कि यह मेरे लिए पर्याप्त नहीं है और जब भी मुझे मौका मिला, मैंने हिंदी रंगमंच में काम करना शुरू किया। मैंने लघु फिल्मों, ‘स्वराज’ जैसे टीवी शो में अभिनय किया, फिर मैंने वयस्क साक्षरता पर सुमित्रा भावे के साथ एक सीरीज़ की।”
व्यावसायिक तौर पर गीतांजलि को उस समय एक बड़ी कामयाबी मिली जब उन्होंने 2014 में चैतन्य तमहाने की फिल्म “कोर्ट“ में एक वकील के रूप में अपने दमदार अभिनय के जरिए सभी का ध्यान आकर्षित किया। उसके बाद अभिनेत्री ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और ‘फोटोग्राफ’, ‘सिलेक्शन डे’, ‘गुल्लक’ और ‘ताज महल 1989’ में बेहतरीन काम कर अपने अभिनय का लोहा मनवाया।