Garun Puran Akal Mrityu Fact: जीवन में कई ऐसी घटनाएं घटती हैं जिनसे व्यक्ति की अकाल मृत्यु (Akal Mrityu kyon hoti hai) हो जाती है। ये तो सभी जानते हैं कि अकाल मृत्यु क्या (What is Akal Mrityu) होती है।
पर क्या आपको पता है अकाल मृत्यु (Premature Death Facts) किस स्थिति में होती है। इसके होने पर व्यक्ति की आत्मा का क्या (Akal Mrityu hone par Kya hota hai) होता है। यदि नहीं तो चलिए जानते हैं पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार अकाल मृत्यु होने पर आत्मा का क्या होता है।
इन स्थिति में होती है अकाल मृत्यु
गरुड़ पुराण (Death in Ganun Puran) के अनुसार, जो लोग भूख से, हत्या किए जाने पर, फांसी लगाकर, जहर खाकर, आग से जलकर, पानी में डूबकर, सांप के काटने से, दुर्घटना में, गंभीर बीमारी के कारण और आत्महत्या आदि के कारण मृत्यु को प्राप्त होते हैं ऐसे जातकों की मृत्यु को अकाल मृत्यु माना जाता है।
किसे कहा जाता है महापाप
गरुण पुराण में आत्महत्या को महापाप माना गया है। वो इसलिए क्योंकि मनुष्य का जन्म भगवान की मर्जी से होता है। ऐसे में यदि व्यक्ति आत्माहत्या करता है तो इसे भगवान द्वारा दिए गए जन्म का अपमान समझा जाता है।
क्यों होती है अकाल मृत्यु, क्या है इसके कारण
गरुड़ पुराण के अनुसार हर व्यक्ति का जन्म और मृत्यु उसके कर्मों पर निर्भर करती है। इसी के आधार पर उसके पाप और पुण्य तय होते हैं। जो लोग पापी, दुराचारी होते हैं, स्त्रियों का शोषण करते हैं, हमेशा झूठ बोलते रहते हैं, भ्रष्टाचार और कुकर्म करते रहते हैं ऐसे लोग अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं।
अकाल मृत्यु हो जाए तो आत्मा का क्या होता है
हमारे धर्म शास्त्र में जन्म मृत्यु के रहस्य के बारे में बताया गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जिसकी अकाल मृत्यु हो जाती है, उनकी आत्मा की आयु भी अधूरी मानी जाती है।
इसका मतलब ये है कि इन लोगों की मृत्यु के बाद उनकी आत्माओं का जीवन चक्र अधूरा रहता है उसी तरह उनकी आत्माओं को स्वर्ग या नरक में कहीं भी स्थान नहीं मिलता। इसलिए इन लोगों की आत्माएं भटकती रहती हैं।
पुरुष की अकाल मृत्यु होने पर क्या बनता है
ऐसा माना जाता है कि जब यदि किसी पुरुष की अकाल मृत्यु होती है तो उनकी आत्मा भूत, प्रेत, पिशाच, कुष्मांडा, ब्रह्मराक्षस, बेताल और क्षेत्रपाल योनि में भटकती रहती है।
स्त्री की अकाल मृत्यु होने पर वह क्या बनती है
गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जब किसी स्त्री की अकाल मृत्यु हो जाती है तो इनकी आत्मा भी अलग-अलग योनि में भटकती है।
वहीं किसी नवयुवती स्त्री या प्रसूता की अकाल मृत्यु हो जाए तो वह चुड़ैल बन जाती है। तो वहीं ऐसा माना जाता है कि यदि किसी कुंवारी कन्या की अकाल मृत्यु होती है तो वह देवी योनि में भटकती है।
प्रसूता की मौत हो जाए तो क्या बनती है
गरुण पुराण के अनुसार यदि किसी नवयुवती स्त्री या प्रसूता की अकाल मृत्यु हो जाएं तो वो चुड़ैल बनती है। इसके अलावा कुंवारी कन्या की यदि अकाल मृत्यु हो जाती है तो वो देवी योनि में भटकती हैं।
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