शाजापुर से आदित्य शर्मा की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश। शाजापुर नगर में आगरा से रायगढ़ जाने वाली गरुडझेप मुहिम मशाल पहुँची। जिसका मराठा समाज,सर्व हिन्दू उत्सव समिति सहित समाजसेवीयो, शहरवासियों ने नारों के साथ मशाल यात्रा का जगह जगह भव्य स्वागत किया। शिवाजी के सेनापतियोँ के 14 वी पीढ़ी के वंशज व संस्थापक अध्यक्ष गरुडउडान मुहिम आगरावीर मारुती आबा गोळे व उपाध्यक्ष, गरुडउडान मुहिम दिग्विजय सर्जेराव जेधे ने चर्चा में बताया कि पूरे संसार के सबसे महान अद्वितीय राजा छत्रपती शिवाजी महाराज के जीवनकाल की और हिंदवी स्वराज स्थापना से संबंधित सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण घटना है।
शिवाजी महाराज की औरंगजेब से आगरा में मुलाकात क्रूर, अत्याचारी औरंगजेब ने शिवाजी महाराज को 99 दिन तक धोखे से अपनी कैद में रखा और शिवाजी महाराज ने बडी चतुरता से कैद से निकल कर रायगढ की ओर पक्षिराज गरुड की तरह उड़ान भरी। इस ऐतिहासिक घटना ने तत्कालीन शासकों का ध्यान आकर्षित किया था। इस घटना ने इतिहास, विशेष रूप से मराठों के इतिहास को नया मोड दिया। यह घटना इतिहास के पन्नों पर अजरअमर मानी जाती है।
उन्होने बताया कि 1’7 अगस्त 1666 का दिन इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित है शिवाजी महाराज संकट में न डगमगाए, बिना रक्त की एक बूंद बहाए, कुछ ही दिनों में माँ जिजाऊ के चरणों में सकुशल पहुंच गए। शिवाजी महाराज की इस वीरतापूर्ण गरुड उड़ान का स्मरण करने हेतु, इस देदीप्यमान ऐतिहासिक घटना का स्मरण करने हेतु और नई पिढी का जाज्वल्यमान इतिहास से परिचय कराने हेतु, सेकडो शिवभक्त हाथों में प्रज्वलित मशाल थामे आगरा से राजगढ – 1253 किमी. की यात्रा 17 अगस्त से 29 अगस्त इन तेरह दिनों में दौड कर पूरी कर रहे है। आगरा-राजगढ मार्ग पर हरितभूमि हेतु धावक 2 लाख बीजों का छिडकाव कर रहे हैं ।
ब्लड प्रेशर व डायबिटीज मुक्त निरोगी भारत का संदेश प्रसारित – प्रचारित किया जा रहा है। यह 4 राज्यों, 57 शहरों से होकर गुजरेगी। इस दौरान संघ के विभाग कार्यवाह शैलेन्द्र सोनी, विजय बिड़वाले,अनिल पँवार, दिग्दर्शन सोनी ,सर्व हिंदु उत्सव समिति अध्यक्ष दिलीप भँवर, ,संजय बोराडे , राजेश व्यास, कैलाश सेन, राजेन्द्र नेहे सहित बड़ी संख्या में हिन्दू समाजजन उपस्थित थे।