Gariaband News: गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक में हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। शुक्रवार की रात गुंडरदेही क्षेत्र में एक दंतेल हाथी नजर आया है। जिसके बाद इलाके के 20 गांव में वन विभाग ने अलर्ट जारी किया है। शनिवार को हाथी के महासमुंद की ओर निकलने की सूचना है।
बता दें कि जिले के उदंती–सीतानदी जिले में बाघ घूम रहा है। बाघ की खोज के लिए प्रशासन ने अपने जंगलों में नए तकनीक से कैमरा लगाई है । अब रिहायशी इलाके में हाथी और बाघ दोनों के विचरण से शहर सहमा हुआ है।
हाथी के आने से ग्रामीणों में दहशत
फिंगेश्वर के गुण्डरदेही क्षेत्र में दंतैल हाथी काफी आक्रामक और तेज गति से आगे बढ़ रहा है ।अब हाथी की महासमुंद जिले में जाने की संभावना है । हाथी के आने से ग्रामीण काफी सहम गए हैं।
गरियाबंद व महासमुंद जिले के 20 से अधिक गांवो में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वन अमला व हाथी मित्र दल लगातार हाथी पर नजर रख रही है।
कुछ दिनों पहले दंतैल हाथी ने नांगझर गांव में खेत में काम कर रहे एक बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया था। हाथी को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की गई है ।
बाघ को पकड़ने की अभियान तेज
बाघ की खोज के लिए प्रशासन ने अपने जंगलों में नए तकनीक से कैमरे लगाई है। आल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन फेज–4 के तहत यह अभियान चलाई जा रही है। इसके लिए अभ्यारण्य को चार भागों में बाटा गया है, प्रत्येक भाग में गूगल अर्थ से तय ग्रिड में 250 कैमरे लगाए गए हैं ।इसके लिए 150 कर्मियो को ट्रेनिंग भी दी गई है।
दरअसल 2022 के अंतिम बाघ गणना रिपोर्ट में उदंती–सीतानदी अभ्यारण्य में केवल एक बाघ की उपस्थिति पाई गई थी, जिसे 13 दिसंबर 2022 को अंतिम बार देखा गया था। लेकिन पिछले 11 माह से इस इकलौते बाघ के विचरण ने प्रशासन को हैरानी में डाल रखा है। उपनिदेशक को भरोसा है कि इस खोज में बाघ का पता चल जाएगा।
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