Gariaband/chattishgadh: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के कुकदा डेम में एक बड़ा हादसा हो गया है।जिसमें लापरवाही के चलते अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने आए तीन लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई। मृतकों में एक युवती शामिल है जिसका नाम रीता कुमारी धमतरी है और इनके साध दो युवक लक्ष्य वर्मा रायपुर व राकेश तैता कांकेर शामिल हैं। पुलिस ने रेस्क्यू कर तीनों शव को पानी से बाहर निकाला।
बताया जाता है कि तीनों अजीम प्रेमजी भाई नाम के एक एनजीओ में काम करते थे। जिसका कार्यालय मगरलोड धमतरी में है। गुरुवार को ये अपने अन्य आठ-दस दोस्तों के साथ मगरलोड के रास्ते ही कुकदा डेम में पिकनिक मनाने पहुंचे थे। एनीकट के किनारे के ये नहाने जा रहे थे गड्ढा होने के कारण गहरे पानी में फंस गए, जिसके चलते ये हादसा हो गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अजीम प्रेमजी भाई नामक एनजीओ में काम करने वाले अलग-अलग जिले के 8-10 लोग गुरुवार को पैरी नदी में बने कुकदा डेम में पिकनिक मनाने पहुंचे थे। इस दरम्यान नहाते समय रीता कुमारी, लक्ष्य वर्मा और राकेश तैता गहरे पानी में उतर गए जिसके बाद बाहर नहीं निकल पाए। चीख-पुकार मचने और डुबते देख साथ आए दोस्तों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हुए। इधर ग्रामीणों ने शोर-शराबा देख इसकी सूचना तुरंत पांडुका पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही तत्काल पांडुका थाना प्रभारी भूषण चंद्राकर मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रेश ठाकुर तथा मगरलोड पुलिस भी मौके पर पहुंची। चंूकि जिस स्थान में युवक-युवती डूबे वह धमतरी जिले के मगरलोड थाना क्षेत्र में आता है इसलिए मगरलोड पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
गोतखोर टीम ने खोजा तीनो का शव
घटना के बाद डेम में अफरा-तफरा मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोर और नगर सेना के बचाव दल के सहयोग से रेस्क्यू कर तीनों के शव को पानी से बाहर निकाला। पहले रीता की लाश बरामद हुई इसके चार घंटे बाद लक्ष्य और राकेश के शव बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि युवती रीता कुमारी मूलत झारखंड की रहने वाली है। वहीं लक्ष्य वर्मा रायपुर तथा राकेश तैता कांकेर के रहने वाले हैं। तीनो के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल गरियाबंद भेजा गया है
लापरवाही ने छीन ली तीनों की जान
सूत्रों के मुताबिक तीनों की लापरवाही के चलते घटना हुई है। एनीकट में पानी होने के बाद भी तीनों एनीकट के किनारे से नहाने जा रहे थे। एनीकट के किनारे रेत है लेकिन कुछ कुछ दूरी पर गहरे गड्ढे भी हैं। मृतक युवती युवक इसको भांप नहीं पाए और इसमें फंस गए। जानकारों के मुताबिक नदी में बने ये गड्ढे 10 से 15 फीट गहरे हैं। वहीं कहीं कहीं पर ये मात्र दो से तीन फीट भी है।
बाहर से आकर लोग बिना जानकारी के पानी में उतर जाते हैं और फिर हादसे का शिकार हो जाते हैं। उनका कहना है कि गर्मी के चलते डेम में पानी छोड़ा गया है न कि पिकनिक के लिए। इधर पता चला है कि सिचांई विभाग के इस डेम में देखरेख के लिए कोई कर्मचारी भी नहीं है जो बाहर से आने वालो समझाए। हालांकि गरियाबंद और धमतरी दोनों दिशा में सूचना बोर्ड लगाया गया है लेकिन लोग इसे अनदेखा कर आगे बढ़ जाते हैं।