Bhopal: गणेश चतुर्थी का त्यौहार हिन्दू धर्म की आस्था का केंद्र है। इस त्यौहार को हिन्दू धर्म के लोग बड़ी धूम-धाम के साथ मानते हैं। हर साल की तरह इस साल भी लोगों ने अपने-अपने घरों में गणेश भगवान की स्थापना की है और कई गली, मुहल्लों में हर साल की तरह झांकी बैठाई गई है।
वैसे तो गणेशोत्सव पूरे 10 दिनों तक चलता है और अनंत चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है। लेकिन आप अपनी श्रद्धा अनुसार एक दिन और डेढ़ दिन से लेकर तीन,पांच, सात या 10 दिनों तक के लिए बप्पा को घर ला सकते हैं। कई लोग, तीन दिनों बाद, कई लोग 5 दिनों के बाद और कई लोग 9 दिनों के बाद गणेश विषर्जन करते हैं। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि ज्यादातर लोग 9 दिनों तक गणेश जी की स्थापना करके 10वें दिन अतः अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विषर्जन करते हैं। खैर आज हम आपको यह बताने वाले हैं कि किस तरह से गणेश विषर्जन करने से आपके घर में सुख, समृद्धि एवं लक्ष्मी आ सकती है।
इस विधि से करें गणेश विषर्जन-
सबसे पहले गणेश विसर्जन के दिन सुबह स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की विधि अनुसार पूजा करें। गणेश पूजन के समय बप्पा को कुमकुम, हल्दी, नारियल और अक्षत अर्पित करें। यह सभी बप्पा की प्रिय चीजें मानी गई हैं।
इसके बाद उन्हें मोदक और लड्डू का भोग लगाएं। फिर धूप, दीप और अगरबत्ती से उनकी पूजा करें और “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें। अब एक साफ चौकी पर गंगाजल का छिड़काव करें और उस पर स्वास्तिक बनाएं। इसके पश्चात अक्षत डालें फिर उस पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद चौकी के सभी किनारों पर सुपारी रखें और बप्पा की मूर्ति इस पर स्थापित करें। फिर इस चौकी के साथ किसी पवित्र नदी या पोखरे के किनारे बप्पा का विसर्जन करें।
आज कल शहरों में गणेश बप्पा के विषर्जन के लिए नगर-निगम द्वारा पंडाल लगाए जा रहे हैं आप वहां भी गणपति बाप्पा का विषर्जन कर सकते हैं। याद रहे बप्पा का विसर्जन करने से पहले कपूर से उनकी आरती की जाती है। विसर्जन करते समय भगवान गणेश का ध्यान करते हुए उनसे अगले साल वापस आने की प्रार्थना करें।
अगर आप झांकी बैठते हैं और आपके गणेश जी का साइज बड़ा है तो आप इसी विधि को टैम्पू या लोडिंग ऑटो में गणेश जी को बैठा कर कर सकते हैं।
इस तरह से पूजन करके विषर्जन करने से आपके घर में सुख, समृद्धि एवं लक्ष्मी का आगमन होता है।