Ganesh Chaturthi 2024: विघ्नहर्ता, विघ्नविनाशक के दिन यानी गणेश उत्सव सितंबर में शुरू होने जा रहे हैं। इस बार गणेश उत्सव बेहद खास रहने वाले हैं। वो इसलिए क्योंकि ज्यादातर होता है कि गणेश उत्सव 10 के आते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। चलिए जानते हैं पंडित रामगोविंद शास्त्री से कि इस बार ऐसा क्यों हो रहा है।
इस बार 10 नहीं 11 दिन का होगा गणेश उत्सव
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार गणेश उत्सव (Ganesh Utsav in Hindi ) 10 नहीं बल्कि 11 दिन के होंगे। इसके पीछे का कारण तिथियों का घटना बढ़ना है।
ज्यादातर ऐसा होता है कि हरतालिका तीज (Haritalika Teej) और गणेश चतुर्थी तिथि एक साथ आ जाती है, लेकिन इस बार हरतालिका तीज 6 सितंबर को रहेगी। इसके दूसरे दिन गणेश चतुर्थी आएगी। यही कारण है कि इस बार गणेश उत्सव 10 नहीं बल्कि 11 दिन के होंगे।
घरों में स्थापना के लिए क्या है सबसे शुभ मुहूर्त
सुबह 7:30 बजे से 9 बजे तक
झांकियों के लिए स्थापना मुहूर्त
लाभ चौघड़िया से: शाम 6 बजे से 7:30 बजे तक
श्रीगणेश स्थापना के कुल इतने मुहूर्त
सुबह: 7:30 बजे से 9 बजे तक
दोपहर को चर, लाभ और अमृत मुहूर्त: 12 बजे से 4:30 बजे तक
शाम: 6 बजे से 7:30 बजे तक।
रात को शुभ और अमृत मुहूर्त: 9 बजे से रात 12 बजे तक
घरों के लिए सबसे अच्छा मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से रात 9:50 बजे तक
गणेश चतुर्थी महत्व
गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की जी पूजा करने से सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही साथ ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और कार्य सिद्ध होते हैं। साथ ही गणेश चतुर्थी पर घर में भगवान गणेश जी की स्थापना करने से भगवान सभी विघ्न हर लेते हैं। वहीं आपको बाता दें कि भगवान गणेश की पूजा के दौरान उन्हें 21 दूर्वा जरूर चढ़ाएं। ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
दूर्वा अर्पित करने के लिए श्रीगणेश मंत्र
दूर्वा अर्पित करते समय ‘श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि’ मंत्र का जाप करें।
गणेश चतुर्थी तिथि Ganesh Chaturthi 2024 start and End Date
दिन: शनिवार
गणेश चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 6 सितंबर सुबह 11:57 मिनिट बजे से
गणेश चतुर्थी तिथि समाप्ति: 7 सितंबर को दोपहर 1:53 मिनिट तक
इस मुहूर्त में भूलकर भी न करें घट स्थापना
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार शनिवार 7 सितंबर को सुबह 9 से 10:30 तक राहुकाल रहेगा, इसलिए इस बीच गणेशजी की स्थापना नहीं करनी चाहिए। इसके पहले साढ़े सात बजे से या इस समय के बाद से गणेश स्थापना की जा सकती है।
गणेश चतुर्थी के लिए गणेश प्रतिमा Ganpati Murti for Ganesh Chaturthi
वास्तु और हिन्दू शास्त्र के अनुसार गणेश चतुर्थी के लिए गणेश प्रतिमा का सिलेक्शन बहुत सोच समझ कर करना चाहिए। आप जब भी घर में गणेशजी की प्रतिमा लाएं तो वह मिट्टी की होनी चाहिए।
घर के लिए हमेशा बैठी हुई प्रतिमा का उपयोग किया जाना चाहिए।
प्रतिमा में भगवान गणेश का एकदंत स्वरूप होना चाहिए।
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