नई दिल्ली। चारों ओ बप्पा के आगमन gajanan-temple-jodhpur की तैयारियां जोरों पर हैं। पंडाल को नया रूप दिया जा रहा है। इसी के साथ लोग अपनी मन्नत मांगने के लिए मंदिरों में दर्शन करने की तैयारियां भी कर रहे हैं। आपको बता दें इन्हीं मनोकामना पूर्ति मंदिरों में से एक है Ganesh Chaturthi 2022 जोधपुर स्थित jodhpur mandir भगवान गणपति का मंदिर। जिसका नाम गजानन मंदिर गणपति मंदिर है। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर में ऐसी क्या खासियत है कि लोग इसके दर्शन करने आते हैं।
10 हजार आहूतियों के बाद मात्र 12 घंटे के लिए खुलता है ये मंदिर –
ऐसी मान्यता है कि जोधपुर का ये उच्छिष्ट गणपति मंदिर साल में केवल एक दिन यानि गणेश चतुर्थी के दिन शाम को 6 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए खुलता है। इतना ही नहीं इस मंदिर के खुलने के पहले भगवान को 10 हजार आहूतियों से हवन किया जाता है। उसके बाद इसके पट खुलते हैं।
इसलिए खास है ये मंदिर –
आपको बता दें इस मंदिर में गणेशजी के दर्शन सिर्फ गणेश चतुर्थी वाले दिन ही होते हैं। पूरे देश में इस मंदिर को उच्छिष्ट गणपति के नाम से जाना जाता है। उच्छिष्ट स्वरूप में ये विराजमान हैं।
ये मुरादें होती हैं पूरी –
आपको बता दें साल में केवल एक बार मात्र 12 घंटे के लिए खुलने वाले इस मंदिर में भक्त विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए आते हैं। जो अविवाहित हैं उनके लिए ये मंदिर विशेष खास माना जाता है। कहते हैं यहां मंदिर में बप्पा को सिंदूर और दूर्वा चढ़ाने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और विवाह जल्दी तय हो जाता है। जिसके भी जीवन में विवाह में अड़चने आ रही हों वह दूर हो जाती हैं।
ऐसी भी है मान्यता –
इस मंदिर में बारे में ये भी कहा जाता है कि यहां जिस किसी के वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ रही हों तो वह भी यहां दर्शन के लिए आ सकते हैं। साथ ही इस मंदिर में आप जूठा मुंह से जा सकते हैं। आपको बता दें जूठे मुंह का मतलब ये नहीं कि आप भोजन करके जाएं बल्कि ऐसा माना जाता है कि यहां आप पान, सुपारी, इलायची आदि चीज अपने मुंह में रखकर जा सकते हैं।
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