Ganesh Chatruthi 2025 Date Sthapna Shubh Muhurat Murti Niyam Puja Vidhi: हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी का व्रत 27 अगस्त बुधवार को आ रहा है। इस दिन ग्रहों का विशेष योग इस बार के गणेश उत्सव को खास बना रहा है। बुधवार को सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग, चित्रा नक्षत्र रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से जानते हैं कि इस बार घर में गणेश स्थापना का सबसे शुभ मुहूर्त क्या है।
गणेश चतुर्थी पर बन रहा बेहद खास योग
ज्योतिष के अनुसार इस बार गणेश चतुर्थी पर बेहद खास योग बन रहा है। इस साल गणेश उत्सव की शुरुआत बुधवार के दिन से हो रही है। जो भगवान गणेश का दिन है।
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग भी रहेगा।
कन्या का चंद्रमा इस को खास बनाएगा।
इस दिन चित्रा नक्षत्र रहेगा।
गणेश को सबसे ज्यादा क्या पसंद है
हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार गणेशज को गणेश चतुर्थी के साथ पूरे दस दिन तक पान, मोदक, सिंदूर, लड्डू चढ़ाना चाहिए।
दूर्वा अर्पित करने के लिए श्रीगणेश मंत्र
‘श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि’ मंत्र का जाप करें।
गणेश चतुर्थी के लिए कैसी होनी चाहिए गणेश प्रतिमा
(Ganpati Murti for Ganesh Chaturthi)
- वास्तु और हिन्दू शास्त्र के अनुसार गणेश चतुर्थी के लिए गणेश प्रतिमा का सिलेक्शन बहुत सोच समझ कर करना चाहिए। आप जब भी घर में गणेशजी की प्रतिमा लाएं तो वह मिट्टी की होनी चाहिए।
- घर के लिए हमेशा बैठी हुई प्रतिमा का उपयोग किया जाना चाहिए।
- प्रतिमा में भगवान गणेश का एकदंत स्वरूप होना चाहिए।
- मिट्टी के गणेश सबसे शुभ माने जाते हैं।
- घर में गणेशजी विराजने के लिए हमेशा ध्यान रखें कि गणेशजी की सूंड़ की दिशा भगवान के खुद के दायीं ओर होना चाहिए।
- बायीं ओर के गणेशजी विघ्वंस कराने वाले माने जाते हैं।
- घर पर मूर्ति लाने से पहले ध्यान रखें कि मूर्ति बैठी हुई होनी चाहिए।
- मूर्ति में गणेशजी के साथ में उनके मूषक महाराज एक हाथ में लड्डू लिए होना चाहिए।
- गणेशजी की मूर्ति सिंघासन पर बैठे हुए होनी चाहिए।
- आपको ध्यान रखना है घर के अंदर यदि मूर्ति या झांकी सजा रहे हैं तो उसके लिए चार अंगुल से बड़ी प्रतिमा न रखें।
- यदि आप घर के बाहर ही झांकी सजा रहे हैं तो इसके लिए चार अंगुल यानी करीब 7 इंच से बड़ी प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए।
दुकान के लिए गणेश जी की मूर्ति कैसी हो
अगर आप दुकान या गणेश उत्सव के लिए गणेशजी की स्थापना कर रहे हैं तो यहां पर भगवान गणेश की खड़ी प्रतिमा रखी जा सकती है।
घर के लिए गणेशजी कैसे होने चाहिए
पंडितों के अनुसार घर के लिए हमेशा सात्विकता गणेशजी की मूर्ति होना चाहिए। जिनके एक हाथ में लड्डू हो, साधारण सिंहासन पर बैठे हो। ज्यादा क्लिष्ट मूर्ति लाना आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। उच्चिष्ठ गणेशजी घर के लिए कष्टदायक हो सकते हैं। वो इसलिए क्योंकि इनकी पूजा का एक विशेष विधान होता हैं
बाएं सूंड वाली प्रतिमा क्यों नहीं रखनी चाहिए
ज्योतिषाचार्य के अनुसार दांयी ओर सूंड वाले गणेश घर के लिए शुभ होते हैं, जबकि बांयी ओर सूंड वाले गणेशजी को तांत्रिक सिद्धि के लिए पूजा जाता है।
गणेश स्थापना विधि
- सबसे पहले ज़मीन पर स्वस्तिक का चौक बनाएं।
- चौक पर लकड़ी का पाटा रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
- उस पर श्री गणपति जी की मूर्ति स्थापित करें।
- चौक के सामने एक कलश स्थापित करें।
- विधिवत कलश पूजा करें और साथ ही गणेश जी की पूजा करें।
- पूजा के बाद गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं।
गणेश स्थापना मुहूर्त
अमृत चौघड़िया
समय | चौघड़िया / फल | मुहूर्त प्रकार |
---|---|---|
सुबह 6:00 – 7:30 | लाभ | शुभ |
सुबह 7:30 – 9:00 | अमृत चौघड़िया | शुभ |
शुभ योग
सुबह 10:30 बजे से 12 बजे तक
इस समय भूलकर भी न करें गणेश स्थापना
काल योग: सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक
राहुकाल: दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक
शाम के शुभ मुहूर्त
शाम को शुभ चौघड़िया के अनुसार गणेश स्थापना की जा सकती है।