नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि आने वाले समय में देश में पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर मिलेगा। ये सब एथेनॉल की मदद से होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में किसान अन्नदाता नहीं ऊर्जादाता भी होगा, क्योंकि ये सारा प्रोसेस किसान ही करेगा।
E20 पेट्रोल यानी एथेनॉल मिला पेट्रोल एक तरह का अल्कोहल होता है, जिसे स्टार्च और शुगर के फर्मेंटेशन से बनाया जाता है। इसके लिए गन्ने के रस, मक्का, सड़े आलू, सड़ी सब्जियां, चुकंदर, ज्वार, बांस या पराली का इस्तेमाल होता है। अभी पेट्रोल में सिर्फ 10% एथेनॉल मिलाया जाता है, लेकिन आगे चलकर इसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी। इससे E20 पेट्रोल के दाम घटेंगे।
जानिए- एथेनॉल से कैसे सस्ता होगा पेट्रोल
E20 पेट्रोल यानी एथेनॉल मिला पेट्रोल एक तरह का अल्कोहल होता है, जिसे स्टार्च और शुगर के फर्मेंटेशन से बनाया जाता है। इसके लिए गन्ने के रस, मक्का, सड़े आलू, सड़ी सब्जियां, मीठा चुकंदर, ज्वार, बांस या पराली का उपयोग किया जाता है।
पराली गेहूं और चावल की भूसी को कहा जाता है। चूंकि ये सारी वस्तुएं खेतों में होती हैं, इसीलिए गडकरी ने कहा कि किसान ही ये ऊर्जा देंगे।
इससे बनने वाले ईंधन में 80% हिस्सा पेट्रोल और 20% हिस्सा एथेनॉल का होगा। जिसे E20 पेट्रोल कहा जाता है। अभी पेट्रोल में केवल 10% एथेनॉल मिलाया जाता है, लेकिन आगे इसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी।
इससे E20 पेट्रोल के दाम घटेंगे। इसका उपयोग गाड़ियों में किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने इसे बढ़ावा देने के लिए EBP यानी एथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम शुरू किया है, जिसके तहत 2025 तक देश में सभी जगह E20 पेट्रोल पंप उपलब्ध करवाने का टारगेट है।
किन गाड़ियों में हो सकता है इसका उपयोग?
नए मॉडल की बन रही सभी गाड़ियों में एथेनॉल से बने पेट्रोल का उपयोग हो सकेगा। इसका कारण है कि यहां बन रही ज्यादातर गाड़ियों में इंजन BS-4 से BS-6 स्टेज के हैं।
एथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम के तहत केंद्र सरकार ने पहले ही इंजन बनाने वाली कंपनियों को E20 पेट्रोल के लिए इंजन बनाने के निर्देश दे रखे हैं।
वैसे पुरानी गाड़ियों में भी इसका उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इससे गाड़ी में कम माइलेज और कम पावर की आशंका रहेगी। हालांकि पुरानी गाड़ी के इंजन में कुछ बदलाव करवा सकते हैं।
लेकिन यदि गाड़ी बहुत पुरानी है तो उसे नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत स्क्रैप करा सकते हैं।
पेट्रोल कंपनियां मिलाती हैं एथेनॉल
पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने का काम तेल कंपनियां करती हैं। फिलहाल देश में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पानीपत, कोयम्बटूर, मदुरै, सलेम और तिरुचि स्थित टर्मिनल पर एथेनॉल मिलाने का काम किया जा रहा है।
इसी प्रकार हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड अपने चेन्नई टर्मिनल में और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड चेन्नई के साथ करूर स्थित अपने टर्मिनल में यह काम करता है।
एथेनॉल क्या होता है ?
एथेनॉल एक प्रकार की तरल सफेद द्रव्य होती है, जिसे हम इथिल या मेथिल एल्कोहॉल भी कहते हैं। यह शराब और अन्य पदार्थों में पाया जाता है।
यह ऊर्जा भी संचय करने के लिए उपयोगी होती है और इसे एंजिनों में पेट्रोल की जगह इस्तेमाल किया जाता है। यह मधुर स्वाद वाली होती है और इसकी रंगहीनता होती है।
E20 पेट्रोल यानी एथेनॉल मिला पेट्रोल एक तरह का अल्कोहल होता है, जिसे स्टार्च और शुगर के फर्मेंटेशन से बनाया जाता है।
इसके लिए गन्ने के रस, मक्का, सड़े आलू, सड़ी सब्जियां, चुकंदर, ज्वार, बांस या पराली का इस्तेमाल होता है। अभी पेट्रोल में सिर्फ 10% एथेनॉल मिलाया जाता है, लेकिन आगे चलकर इसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी। इससे E20 पेट्रोल के दाम घटेंगे।
ये भी पढ़ें :
Bullet Train: 2026 तक बुलेट ट्रेन का शुरू होगा संचालन, जापानी प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरा
Football: भारत के वो टॉप खिलाड़ी, जिनके बारे में सबको जानना चाहिए