G20 Summit 2023: बस्तर से रजत वाजपेयी की रिपोर्ट| दिल्ली में चल रही जी-20 समिट में बस्तर के शिल्पकला की सुंदरता नजर आ रही है। विदेशी मेहमानों का स्वागत बस्तर ढोकरा आर्ट से किया जा रहा है।
बता दें कि ढोकरा आर्ट को 600 से ज्यादा लोगों ने बनाया है। देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार से जी-20 समिट शुरु होने जा रही है।
बैठक में शामिल होने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर ब्रिटेन, ऑस्ट्रैलिया समेत सभी शामिल देशों के राष्ट्रध्यक्षों का दिल्ली पहुंचने का सिलसिला जारी है।
शिल्पकारों ने प्रतिभा से जीता विदेशियों का दिल
इन खास मेहमानों का स्वागत बस्तर की स्पेशल ढोकरा आर्ट से किया जा रहा है। आदिवासियों के द्वारा बनाया गया यह ढोकरा आर्ट की मूर्तियां विदेशियों को खूब पसंद आ रहा है।
लोग इस आर्ट की जमकर तारीफ कर रहे हैं। जो छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि कोंडागांव जिले के शिल्पकारों ने देश ही नहीं बल्कि विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है।
कैसे बनती हैं ढोकरा आर्ट
इस कला को जानने वाले बताते हैं कि ढोकरा आर्ट को बनाने के लिए काफी मेहनत लगती है। कलाकृति को बनाने में करीब 15 प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। अधिकतर ढोकरा शिल्पकला में आदिवासी संस्कृति की छाप होती है।
देवी-देवताओं और पशु कलाकृतियों में हाथी, घोड़े, हिरण, नंदी, गाय और मनुष्य की आकृति होती है। इसके अलावा शेर, मछली, कछुए और मोर भी बनाए जाते हैं।
6 कलाकारों को मिल चूका है राष्ट्रपति पुरस्कार
हजारों वर्ष पुरानी पूर्वजों की इस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम कोंडागांव के शिल्पकार कर रहे हैं। यह गर्व का पल है, जब इनकी तैयार कलाकृति G-20 समिट में विदेशी मेहमान देख रहे हैं और इस आर्ट को अपने साथ लेकर भी जाने वाले हैं।
इतना ही नहीं, कोंडागांव जिले के ही 6 कलाकार ऐसे हैं, जिन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है।
ये भी पढ़ें:
Dream Girl-2 Update: अब क्या ड्रीम गर्ल 2 के कलेक्शन में आएगा उछाल, मेकर्स ने शुरू किया शानदार ऑफर
Raisin Water: ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं किशमिश का पानी, वापस लौटेगी खोई चमक
G20 Summit 2023, Dhokra Art, जी-20 समिट, छत्तीसगढ़, Chhattisgarh, Delhi, बस्तर ढोकरा आर्ट