हाइलाइट्स
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आरजीपीवी में हुआ 19.48 करोड़ का घोटाला
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RGPV के वीसी समेत कई अफसर दोषी पाए गए
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पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार हैं फरार
RGPV : आाखिरकार मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार को निलंबित कर दिया है। प्रो. सुनील कुमार 19.48 करोड़ रुपए के एफडी घोटाले में दोषी पाए गए हैं। फिलहाल प्रो. सुनील कुमार फरार हैं और पुलिस को उनकी तलाश है।
घोटाले को लेकर एबीवीपी ने किया था सीएम हाउस का घेराव
दो दिन पहले एबीवीपी ने सीएम हाउस का घेराव किया था और RGPV के पूर्व कुलपति डॉ. सुनील कुमार के निलंबन समेत घोटाले में सख्ती से कार्रवाई करने की मांग की थी।
एक महीने पहले हुई थी एफआईआर
RGPV घोटाले में में कुलपति सहित कुल सचिव और एकाउंटेंट के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी हुआ है।
इस मामले में तीन मार्च को तीनों आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद से तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार की तलाश में एसआईटी की तीन टीमें जुटी हैं।
निलंबन अवधि तक रीवा कॉलेज अचैट
मध्यप्रदेश शासन की ओर से तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं राजेगार विभाग भोपाल ने निलंबन आदेश 8 अप्रैल को जारी किया है।
जिसमें निलंबन अवधि के दौरान RGPV के पूर्व कुलपति डॉ. सुनील कुमार को रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज में अचैट करने का जिक्र किया है।
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क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक आरजीपीवी के बैंक खाते से 19.48 करोड़ रुपए एक निजी व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किए गए।
इसके साथ ही 9 करोड़ से अधिक की राशि सोहागपुर की दलित संघ नाम की संस्था के नाम भी जारी की गई।
निजी खाते में राशि भेजने के लिए विश्वविद्यालय (RGPV) के तत्कालीन रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राजपूत और वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा ने फर्जी नोटशीट तैयार कराई।
नोटशीट में दोनों बैंक खातों को विश्वविद्यालय (RGPV) का बैंक खाता लिखा गया, ताकि विश्वविद्यालय (RGPV) के ऑडिट में करोड़ों की हेराफेरी पकड़ी ना जा सके।
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प्रो. सुनील कुमार सहित ये पाए गए घोटाले में दोषी
पूरे (RGPV) घोटाले में तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार की भूमिका पाई गई है।
इस मामले को लेकर एबीवीपी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विवि (RGPV) में धरना दिया था।
इसके बाद सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार, तत्कालीन रजिस्टार प्रो. आरएस राजपूत, तत्कालीन वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा और निजी बैंक के कुमार मयंक और दलित संघ, सोहागपुर के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई।