पंजाब। विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला दर्ज किया है। विजिलेंस ब्यूरो ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री को गिरफ्तार भी कर लिया है।
विजिलेंस ने बताया कि सोनी की तरफ से किया गया खर्चा उनकी आय से 7,96,23,921 रुपये यानि 176.08 प्रतिशत अधिक था। बताया गया कि इस दौरान आरोपित ओपी सोनी ने अपनी पत्नी सुमन सोनी और बेटे राघव सोनी के नाम पर संपत्तियां भी बनाईं।
उल्लेखनीय है कि विजिलेंस ब्यूरो पिछले लंबे समय से पूर्व उपमुख्यमंत्री ओम पकाश सोनी की संपत्ति की जांच कर रही थी। उनके होटल व अन्य जगह पर चल रहे निर्माण की भी पैमाइश की गई थी। इन सभी की जांच पूरी हो जाने के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने रविवार को मामला दर्ज कर लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सैनिटाइजर घोटाला
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के आते ही ओम प्रकाश सोनी पर सैनिटाइजर घोटाले के आरोप लगे थे। जिसमें कहा जा रहा था कि सेहत विभाग ने सैनिटाइजर महंगे दामों पर खरीदे। वहीं राज्य चुनाव आयोग ने पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन के माध्यम से सैनिटाइजर भी खरीदा, जो सस्ता था।
चुनाव आयोग के लिए 1.80 लाख बोतलें 54.54 रुपए प्रति बोतल की दर से खरीदी गईं, जबकि सेहत विभाग ने तीन गुना कीमत पर 160 रुपए प्रति बोतल के हिसाब से सैनिटाइजर खरीदा। सेहत विभाग के लिए सैनिटाइजर की खरीद की फाइल पर मंजूरी पूर्व मंत्री सोनी ने दी थी।
PPP मोड पर देने में धांधली
AAP विधायक कुंवर विजय प्रताप ने विधानसभा में पंजाब के तीन सर्किट हाउस का मुद्दा उठाया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाए थे कि पिछली कैप्टन सरकार ने अमृतसर, लुधियाना और जालंधर के सर्किट हाउस PPP मोड पर दे दिए थे।
इन सर्किट हाउस की देखरेख की जिम्मेदारी चमन लाल एंड संस, सर्व एलायंस हॉस्पिटिलिटी और सरोवर होटल अमृतसर को दी गई। कुंवर ने आरोप लगाया कि इनमें से 2 कंपनियां ओपी सोनी के रिश्तेदारों की हैं।
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