Champai Soren Jharkhand Politics: झारखंड की राजनीति बीते कुछ दिनों (Champai Soren Jharkhand Politics) से गरमाई हुई है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राज्य उच्च शिक्षा एवं जल संसाधन मंत्री चंपई सोरेन सोमवार को एक बार फिर राजधानी दिल्ली पहुंचेंगे। सूत्रों को कहना है कि वह पहले कोलकाता पहुंचे और फिर यहां से वह दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
उनका यह दौरा पूरी तरह से राजनीतिक दौरा होने वाला है। इससे पहले चंपई सोरन जब दिल्ली आए थे तो उन्होंने कहा था कि उनका यह दौरा पूरी तरह से निजी है वह अपनी बेटी से मिलने के लिए यहां पर आए हैं।
हालांकि, इस बार माना जा रहा है कि यह दौरा पिछले दौरे से बिल्कुल अलग रहने वाला है। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल राजनीति में रूचि रखने वालों के लिए यह बना हुआ है कि क्या चंपई सोरेन भाजपा का दामन थामेंगे या फिर एक अलग संगठन बनाकर एनडीएन में शामिल हो जाएंगे।
किसके होंगे चंपई?
सियासी गलियारों में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि आगामी दो से तीन दिन के भीतर यह साफ हो जाएगा कि चंपई सोरेन किस नाव पर सवार होंगे। उनकी राजनीति का नया अध्याय नए राजनीति संगठन (Champai Soren Jharkhand Politics) के साथ शुरू होगा या फिर नए साथी के साथ जाएंगे।
इसके पटाक्षेप की पूरी उम्मीद है। चंपई सोरेन से जुड़े सवालों पर भारतीय जनता पार्टी के झारखंड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि अगले दो से तीन दिन के अंदर बीजेपी का स्टैंड क्लीयर हो जाएगा।
क्या होगा चंपई का अगला कदम?
पूर्व सीएम चंपई सोरेन के दिल्ली जाने की वजह से एक बार फिर अटकलें तेज हो गई हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। साथ ही ऐसी संभावना जताई जा रही है कि चंपई सोरेन 29 अगस्त को निर्धारित हेमंत कैबिनेट की बैठक से पहले अपना नया अध्याय शुरू कर सकते हैं। साथ ही पूर्व सीएम चपई ने पिछली बार दिल्ली से लौटने पर कहा था कि अगले हफ्ते में सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी, साथ ही थोड़ा इंतजार कीजिए।
इसके बाद सरायकेला के विभिन्न कार्यक्रमों शिरकत किया और पत्रकारों के सवालों के जवाब के क्रम में यह भी कहा कि उनके पास 2 विकल्प हैं। या तो वह एक नया पार्टी संगठन बना सकते हैं, या फिर वह एक नए साथी के साथ अपना राजनीति सफर को आगे बढ़ाएंगे। लोगों का समर्थन देख उन्होंने संन्यास नहीं लेने का फैसला किया है।
वहीं, कुछ दिनों पहले चंपई सोरेन ने एक्स पर एक भावुक पोस्ट किया था। उसमें झामुमो को लेकर उनकी नाराजगी साफ-साफ दिख रही थी। दरअसल, हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन को प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी गई थी।
हालांकि, हेमंत सोरेन के जेल से निकलने के बाद ही चंपई ने इस्तीफा दे दिया था। साथ ही ऐसा बताया जा रहा है कि झामुमो नेतृत्व के इस फैसले से चंपई काफी नाराज दिखाई दे रहे थे। एक बैठक के दौरान उनकी भावुक तस्वीर भी सामने आई थी।