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अब छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने हसदेव अरण्य मामले में सीएम विष्णुदेव साय से फोन पर चर्चा की है।
बुधवार सुबह पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने हसदेव क्षेत्र में वर्तमान में संचालित पीकेईबी कोल ब्लॉक में काम चल रहा है। जिसे लेकर ग्रामीण नए खदानों के ग्रामीण पक्ष में नहीं हैं।
ग्रामीण सहमति नहीं तो खदाने नहीं-टीएस सिंहदेव
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा-"हसदेव क्षेत्र में राजस्थान बिजली उत्पादन कंपनी लिमिटेड को आबंटित पीकेईबी कोल ब्लॉक में वर्तमान में कोयल उत्खनन हो रहा है।
यहां फोर्स लगाकर हजारों की संख्या में पेड़ काटे गए हैं। ग्रामीणों के बीच हरिहरपुर पहुंचे टीएस सिंहदेव ने कहा कि उस उक्त खदान की मंजूरी यूपीए सरकार के कार्यकाल में दी गई थी।
https://twitter.com/TS_SinghDeo/status/1739629527859691751
इस खदान का काम होगा, लेकिन हसदेव क्षेत्र में अन्य खदानों के लिए ग्रामीण सहमति नहीं देते हैं तो खदाने नहीं खुलेंगी।
उन्होंने कहा कि "आदिवासी समाज के हित के लिए नई खदानों की अनुमति पर रोक लगानी चाहिए"।
कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने कही थी ये बात
रायपुर में कांग्रेस मीडिया विभाग ने पत्रकार वार्ता में हसदेव अरण्य मामले पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला ने कहा" विधानसभा चुनाव के पहले राहुल गांधी ने ठीक कहा था.
कमल पर बटन दबाने के बाद VVPAT से अडानी निकलेगा. प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद ये बात सत्य सिद्ध हुई है"।
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उन्होंने कहा कि "आदिवासी जंगलों की कटाई पर विरोध जता रहे हैं, उस क्षेत्र में आम जनता को जाने नहीं दिया जा रहा है, प्रदेश में अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए काम शुरू हो गया है।"
कांग्रेस सरकार ने नहीं दिया आदेश
पीसी में मीडिया प्रभारी ने "सीएम विष्णुदेव साय के बयान का में खंडन करता हूं,हसदेव अरण्य की कटाई का आदेश पूर्ववर्ती सरकार ने नहीं दिया था।
जंगल कटाई का आदेश पर्यावरण स्वीकृत केंद्र की मोदी सरकार ने दिया था,बीजेपी का जनता से कुछ लेना-देना नहीं है,अडानी के हितों में चलने वाली ये सरकार है।
क्या है विवाद
सरगुजा(CG News) के हसदेव इलाके में जंगल कोल ब्लॉक के लिए काटा जा रहा है।
यहां से निकलने वाले कोयले का इस्तेमाल राजस्थान में बिजली उत्पादन के लिए किया जाएगा।
खदान के विरोध में ग्रामीण और सामाजिक संगठन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे लेकर कई बार पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हो चुकी है।
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