Firing In Vijaypur: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव से ठीक एक दिन पहले गोलीबारी की घटना सामने आई। बाइक पर सवार 9 बदमाशों ने गांव में आकर आदिवासियों को धमकाया और फायरिंग की है।
आपको बता दें कि इस फायरिंग में 2 आदिवासी घायल हो गए हैं। घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है। इस दौरान गांव वालों ने एक आरोपी को बंदूक सहित पकड़ लिया, उसकी पिटाई कर उसे पुलिस को सौंप दिया।
घटना के बाद थाने पर भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों की भीड़ जुट गई।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) November 12, 2024
13 नवंबर को होना है मतदान
यह घटना सोमवार रात 10 बजे ढोढर थाना क्षेत्र के धनाचया गांव में हुई। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा पर अराजकता फैलाने और गुंडागर्दी का आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि विजयपुर में आचार संहिता लागू है और सोमवार शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लग चुकी है। यहां 13 नवंबर को मतदान होना है।
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घायलों ने दी जानकारी
घायल आदिवासी प्रकाश और हरविलास ने बताया कि रात में कुछ लोग बाइक पर आए, जिनके हाथों में बंदूकें थीं। आते ही उन्होंने गाली-गलौज शुरू कर दी और जब मना किया तो फौरन फायरिंग शुरू कर दी।
घटना की सूचना मिलने पर एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और बाकी आरोपियों की तलाश के लिए टीमों को भेजा।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाए आरोप (Firing In Vijaypur)
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो श्योपुर के जिला कांग्रेस अध्यक्ष अतुल सिंह चौहान ने भाजपा पर अराजकता फैलाने और गुंडागर्दी की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासियों पर इस तरह फायरिंग करना भाजपा की ओछी मानसिकता को दर्शाता है।
कांग्रेस ने मांग की है कि प्रशासन और पुलिस दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करें, अन्यथा कांग्रेस आदिवासियों के साथ मिलकर इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी।
शस्त्र लाइसेंस हैं जमा फिर बंदूक कहां से आईं
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले प्रशासन और पुलिस ने जिले में सभी शस्त्र लाइसेंस थानों में जमा करा लिए थे। इसके बावजूद आरोपी बंदूक लेकर गांव में पहुंच गए, जिससे सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
कांग्रेस ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सभी लाइसेंसी हथियार जमा कर लिए गए थे, तो फिर बंदूकें कहां से आईं।
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