भोपाल : राजधानी भोपाल के थाना निशातपुरा में स्कूटर में चार्जिंग करते समय आग लग गई। आग लगने से स्कूटर पूरी तरह से जलकर खाक हो गया। उधर जैसे ही स्कूटर में आग लगी वैसे ही लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग बुझाया। लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि काया कंपनी की इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर घर में चार्जिंग में लगी थी, तभी अचानक आग लग गई। इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर 2 महीना पुराना है। घटना थाना निशातपुरा के नए जेल रोड का है। आगजनी के बाद स्कूटर का सिर्फ ढांचा ही बचा है।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) May 1, 2022
Electric Vehicles में क्यों लगती है आग
इलेक्ट्रिक वाहनों का ट्रेंड आजकल तेजी से बढ़ गया है। देश में बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों से परेशान लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की ओर रूख करने लगे है। लेकिन आए दिन इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की खबरें सामने आने लगी है। बीते दिनों महाराष्ट्र के पुणे में एक इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Vehicles) में आग लगने का मामला सामने आया था। इससे पहले तमिलनाडु के वेल्लूर में इलेक्ट्रिक स्कूटर में जोरदार धमाका हो गया था जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। इस दर्दनाक हादसे में पिता और बेटी की जान चली गई थी। घटना उस दौरान हुई थी जब दोनों इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी चार्ज कर रहे थे। हम इन घटनाओं के बारे में इसलिए बात कर रहे है क्योंकि आने वाला दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) का है ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे है।
आखिर क्यों होता है ब्लास्ट?
डीएनए (DNA) की एक रिपोर्ट के अनुसार इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग लगने का सबसे बड़ा कारण शॉर्ट सर्किट है। गाडियों में होने वाले स्पार्क्स को लोग अनदेखा कर देते है। लेकिन यह सबसे खतरनाक होता है। इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) में शॉर्ट सर्किट की समस्या सबसे ज्यादा गर्मी के मौसम आती है। ऐसे में जिन तारों में करंट हो उन्हें खुला छोड़ना अपनी जा से खिलवाड़ के बाराबर है। इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की समस्या से बचने के लिए हमे इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सर्विसिंग समय पर करानी चाहिए। सबसे खास बात सर्विसिंग हमेशा शोरूम पर ही करानी चाहिए। क्योंकि अक्सर अनट्रेंड मैकेनिक गाड़ियों की सर्विसिंग करते समय तारों को खुला छोड़ देते है जो गाड़ी में आग लगने का कारण बनते है।
बैटरी में हो सकता है ब्लास्ट?
इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) बैटरी से चलते है। जब बैटरी पर लोड़ अधिक हो जाता है तो बैटरी के सेपरेटर प्रभावित होते हैं जिससे बैटरी में ब्लास्ट हो जाता है। रिपोर्ट के अनुसार एनोड और कौथोड बैटरी के अहम हिस्से होते हैं। जैसे ही बैटरी पर लोड पड़ता है तो बैटरी में आग लग जाती है और ब्लास्ट हो जाता है। कई बार तो स्पार्क की समस्या आने से बैटरी में ब्लास्ट हो जाता है। वही अगर बैटरी डीप डिस्चार्ज है या फिर ओवर चार्ज हो जाए तो ब्लास्ट हो सकता है। इसके अलावा लगातार चार्जिंग या सैकेंड हैंड बैटरी भी ब्लास्ट का कारण बन सकती है।
ऐसे करे बचाव?
इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पेट्रोल-डीजल वाहनों की तुलना में अधिक सुरक्षित होती है। इलेक्ट्रिक वाहनों का सही से इस्तेमाल, उनका रख-रखाव, समय पर सर्विसिंग कराई जाए तो यह काफी फायदेमंद और आग लगने वाली घटनाओं से बचा जा सकता है। हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) में आग लगने के मामले सामने आने के बाद से इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicles) बनाने वाली कंपनियां गाड़ियों को और सुरक्षा प्रदान करने पर काम कर रही है। लेकिन समय पर गाड़ी की सर्विसिंग और अच्छी सर्विसिंग से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता हैं।