Shortage Of Fertilizer In MP: मध्यप्रदेश में खाद की किल्लत को लेकर सियासत शुरु हो गई है। बता दें कि किसनों को खाद नहीं मिल रही है, उन्हें घंटों लाइन में खड़े रहकर खाद का इंतजार करना पड़ रहा है। अब इसको लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) ने प्रदेश की मोहन सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है।
कमलनाथ ने कहा कि जिन दो विधानसभा सीटों (बुदनी और विजयपुर) में उपचुनाव होने हैं वहां भरपूर डीएपी है, इन दोनों जगहों पर किसानों को एडवांस में खाद बांट दी गई है। वहीं इनके आस-पास के जिलों में ही किसानों को खाद नहीं मिल रही है।
पूर्व सीएम का मोहन सरकार पर हमला
पूर्व सीएम कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मोहन सरकार पूरे प्रदेश के हिस्से की खाद उन क्षेत्रों में बांट रही है जहां उपचुनाव होने हैं, ऐसा करके सरकार किसानों के वोट की ठगी करना चाहती है।
प्रदेश भर के किसानों को खाद के लिये रूलाकर बीजेपी का चुनाव क्षेत्रों में खाद बांटना सियासत का विकृत रूप है। सरकार से मदद और रक्षा की उम्मीद की जाती है, लेकिन मध्यप्रदेश सरकार ही ठग है, सरकार ही भक्षक है।
प्रदेश के किसानों के साथ ये दोयम व्यवहार क्यों ?- कमलनाथ
कमलनाथ ने आगे लिखा- मोहन यादव जी, प्रदेश के किसानों के साथ ये दोयम व्यवहार क्यों? खाद की पर्याप्त आपूर्ति शासन का किसानों के प्रति दायित्व है, लेकिन आपकी सरकार लूट को हक़ और ठगी को दायित्व समझने लगी है।
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बता दें कि अक्टूबर 2023 तक मध्यप्रदेश के पास 5.04 लाख टन डीएपी था, जबकि 3.15 लाख टन की बिक्री हुई। इस साल अक्टूबर 2024 तक सिर्फ 1.11 लाख टन ही डीएपी बांटा गया है।
आरोपों पर कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना की प्रतिक्रिया
इन आरोपों पर कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना (Agriculture Minister Edal Singh Kansana) का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जहां चुनाव नहीं हैं, वहां भी डीएपी पहुंची है।
अगर ऐसे आरोप है तो मैं कलेक्टर से बात करूंगा, शाहगंज डबल लॉक में डीएपी रखा है तो पता लगाएंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूरोप में हालात सही नहीं है, इसलिए लंबा चक्कर लगाकर डीएपी पहुंच रहा है। पहले खाद आने में 10 दिन लगते थे, लेकिन अब ये 25 दिन में भारत पहुंच रहा है।
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