Sukma Naxalite surrender सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा में एक 5 लाख की इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया। वह बीते 20 वर्षों से नक्सल संघठन मे काम कर रही थी। आत्मसमर्पण करने वाली यह महिला नक्सली बस्तर की पूर्व डिवीजन एलजीएस कमांडर थी। सीजी पुलिस द्वरा चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर इसने आत्म समर्पण किया है।
Sukma Naxalite surrender
बड़ी संख्या में कर चुके सरेंडर
दरअसल, पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों से प्रभावित होकर नक्सली नक्सली बड़ी स्तर पर आत्मसर्पण कर रहे हैं। जुलाई 2021 में दंतेवाड़ा जिले में एक इनामी नक्सली समेत 11 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
दिसंबर 2021 में दंतेवाड़ा जिले में ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर 16 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया था। नक्सलियों ने ‘लोन वर्राटू’ अभियान से प्रभावित होकर यह फैसला किया था।
अक्टूबर 2021 में दंतेवाड़ा जिले में 14 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें से एक 2017 के उस हमले में कथित तौर पर शामिल था, जिसमें सुरक्षा बल के 25 जवान शहीद हो गए थे।
फरवरी 2022 में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में चार महिला नक्सलियों समेत 19 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया था। दिसंबर 2022 में सुकमा जिले से ही एक इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया था। मुक्का नाम के इस नक्सली पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
जनवरी 2023 में सुकमा जिले से ही तीन नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। इनमें से दो के सिर पर इनाम घोषित था। उधर, जनवरी 2023 में ही दंतेवाड़ा जिले से है। यहां आठ इनामी नक्सलियों समेत कुल 10 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से बीते कई दिनों में नक्सलियों द्वारा सरेंडर किए जाने का क्रम लगातार जारी है। प्रलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों से प्रभावित होकर नक्सली सरेंडर करते हुए मुख्यधारा में वापस लौट रहे हैं।