Chhattisgarh Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक खुद को हिंदू साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, लेकिन अभी उसे न्याय नहीं मिला है।
अब बात ये सामने आ रही है कि युवक पहले हिंदू था तो मुस्लिम कैसे बना। यदि वह मुस्लिम (Chhattisgarh Durg News) है तो हिंदू क्यों बनना चाहता है, ये सारे सवालों के जवाब इस उलझी हुई कहानी में छिपे हुए हैं, जिसकी शुरुआत युवक के पिता और मां के विवाह से शुरू होती है। हम आपको बताते हैं इस उलझी हुई कहानी की अनसुलझी पहेली-
इसलिए बन गया युवक मुस्लिम
युवक ने जानकारी दी कि उसके पिता ब्राह्मण हैं और मां मुस्लिम समुदाय से हैं। युवक की पढ़ाई हिंदू नाम से हुई, लेकिन पिता को किसी मामले में जेल हो गई। इसके बाद मां (Chhattisgarh Durg News) अकेली रह गई।
युवक ने आगे बताया कि उसकी मां पिता के जेल जाने के बाद अपने भाई (मामा) के पास चली गई। उस समय युवक छोटा था। उसकी मां और उसके मामा ने उसका आधार कार्ड बनवाया। उस आधार कार्ड में मुस्लिम नाम लिखवा दिया था। जब युवक बड़ा हुआ तो वह अपना नाम बदलवाने भटक रहा है।
पिता ब्राह्मण थे, इसलिए वह हिंदू
फिरोज अंसारी, उर्फ सोनू तिवारी ने बताया कि वह दुर्ग (Chhattisgarh Durg News) जिले के कसारीडीह इलाके का निवासी है। वह पिछले दो साल से खुद को हिंदू साबित करने के लिए भटक रहा है। युवक ने बताया कि उसके पिता ब्राह्मण समुदाय से हैं, इसलिए वह भी ब्राह्मण है। पिता के धर्म के अनुसार ही वह हिंदू धर्म में रहना चाहता है।
पिता ने किया था प्रेम विवाह
फिरोज अंसारी (Chhattisgarh Durg News) ने जानकारी दी कि उसके पिता शिवकुमार तिवारी हैं। उनका प्रेम विवाह परवीन बानो से हुआ और दोनों ने शादी कर ली। युवक ने आगे बताया कि पिता ने उसकी मां परवीन को कभी अपने घर नहीं ले गया।
इसी बीच 8 सितंबर 1992 को उनके घर किलकारी गूंजी और एक बेटे का जन्म हुआ। बेटे का नाम सोनू तिवारी रखा गया और उसका दाखिला प्राथमिक शाला कसारीडीह स्कूल में कराया। यहां उसका दाखिला भी सोनू तिवारी नाम से किया गया।
मां ने मामा के साथ मिलकर बदल दिया नाम
युवक (Chhattisgarh Durg News) ने बताया कि जब वह स्कूल में पढ़ रहा था, उसी दौरान किसी मामले में पिता शिवकुमार तिवारी को जेल हो गई। तब तक दो बच्चों का जन्म हो चुका था। इस दौरान मां अपने दो बच्चों के साथ अपने भाई के पास चली गई।
युवक सोनू तिवारी ने आरोप लगाया कि मां पिता के जेल जाने से नाराज थीं। इसलिए मां और मामा ने मिलकर उसका नाम ही बदल डाला। मां ने आधार कार्ड में सोनू की जगह फिरोज अंसारी लिखवा दिया। इतना ही नहीं पिता का नाम राजू अंसारी करवा दिया।
राजू नाम के व्यक्ति को नहीं जानता युवक
सोनू (फिरोज) ने जानकारी दी कि राजू (Chhattisgarh Durg News) अंसारी को वो नहीं जानता, उसके पिता का नाम भी राजू अंसारी नहीं है। वह और उसकी मां किसी राजू अंसारी को नहीं जानते हैं। युवक ने बताया कि उसके मामा ने उसके ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य दस्तावेजों में फिरोज अंसारी नाम लिखवा दिया है। अब फिरोज (सोनू) अपनी पहचान के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है।
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सोनू शिवकुमार तिवारी का बेटा
इधर फिरोज की मां परवीन (Chhattisgarh Durg News) बानो ने एक सहमति पत्र दिया है। इसमें कहा कि सोनू शिवकुमार तिवारी का बेटा है, वह हिंदू धर्म में रहना चाहता है। इससे उसे कोई आपत्ति नहीं है। वहीं सोनू ने आधार कार्ड में नाम बदलने की मांग को लेकर कलेक्टर और एसडीएम कार्यालय में आवेदन दिया है। जानकारी मिली है कि सोनू का दूसरा भाई है, वह मुस्लिम धर्म में ही रहना चाहता है।
दस्तावेजों के आधार पर होगी कार्रवाई
तत्कालीन एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि दस्तावेजों की जांच की जाएगी। युवक का नाम स्कूल में और पारिवारिक दस्तावेजों में सोनू तिवारी है तो उसको बदने में कोई परेशानी नहीं आएगी। इस मामले की जांच की जा रही है।
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