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नई दिल्ली। सरकार ने 15 फरवरी से फास्टैग(Fastag) को पूरे देश में अनिवार्य कर दिया है। अब दो पहिया वाहनों को छोड़कर जिन गाड़ियों में फास्टैग नहीं लगे होंगे, उन वाहनों से टोल प्लाजा पर दोगुना चार्ज लिया जाएगा। सरकार ने पहले 1 जनवरी से फास्टैग को पूरे देश में लागू करने का फैसला किया था, लेकिन सरकार ने उस वक्त राहत देते हुए इसे 15 फरवरी तक के लिए बढ़ा दिया था। अब सड़क परिवहन मंत्रालय ने नेशनल हाईवे पर लगने वाले सभी टोल प्लाजाओं को ‘फास्टैग लेन’ घोषित कर दिया है।
डबल पैसा कट जाए तो क्या करें
एक तहफ जहां सरकार का ये कहना है कि हम डिजिटल तरीक से पेमेंट को बढ़ावा दने के लिए ये कदम उठा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना है कि डिजिटल तरीके से पेमेंट करने में कई बार तकनीकी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। कई लोगों के पास्टैग से डबल चार्ज कट गए हैं। मालूम हो कि, फास्ट टैग को लागू करने से पहले ही इस बात की संभावना जताई गई थी। इसको लेकर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (national payments corporation of india, NPCI) ने बताया था कि अगर आपके फास्टैग अकांउट से डबल पैसे कट जाते हैं तो हमे सबसे पहले जिस बैंक का फास्टैग है उसके कस्टमर केयर से बात करनी चाहिए और बताना चाहिए कि स्टैग से डबल टोल टैक्स कट गया है।
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छानबीन के बाद पैसे वापस कर दिए जाएंगे
अगर आप ऐसा करते हैं तो बैंक आपकी शिकायत को दर्ज करेगा और जरूरी छानबीन के बाद आपके फास्टैग खाते में डुप्लिकेट ट्रांजेक्शन का पैसा रिटर्न कर दिया जाएगा। यह कुछ ऐसा ही होगा जैसे हम किसी चीज के लिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं और खाते से पैसा कट जाता है। लेकिन दूसरे पार्टी के पास पैसा नहीं पहुंचता। फिर हम बैक में शिकायत करते हैं और तब जाकर डुप्लिकेट ट्रांजेक्शन का पैसा हमें लौटा दिया जाता है। हालांकि अभी तक इक्के दुक्के मामले ही सामने आए हैं फिर भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है।
इन जगहों पर कर सकते हैं शिकायत
कस्टमर केयर में शिकायत के बाद भी अगर तय समय तक पैसे वापस नहीं किए गए हैं तो फिर आपको एनपीसीआई से संपर्क करना चाहिए। शिकायत के दौरान NPCI आपसे कुछ जानकारी मांगेगा। जैसे- गाड़ी का नंबर, टोल प्लाजा का नाम, यात्रा की तारीख, आपका ट्रांजेक्शन। साथ ही अगर ये ट्राजेक्शन कई बार फेल हुआ है तो आपको एनपीसीआई को अलग-अलग शिकायत करनी होगी। इसके लिए NPCI ने अपने ट्विटर हैंडल (@FASTag_NETC) का भी ऑप्शन दिया है। जहां आप अपनी बात रख सकते हैं।