नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन Farmers Protest कर रहे किसानों के आंदोलन के नौ महीने पूरे होने की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को कहा कि इन ‘कृषि विरोधी’ कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने ‘फार्मर्स प्रोटेस्ट’ हैशटैग से ट्वीट किया, ‘‘खेत को रेत नहीं होने देंगे, मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे। कृषि विरोधी क़ानून वापस लो।’’
खेत को रेत नहीं होने देंगे,
मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे।कृषि विरोधी क़ानून वापस लो! #FarmersProtest
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 27, 2021
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘नौ माह से कृषि के क्रूर काले कानूनों के ख़िलाफ़ Farmers Protest एक ‘क्रांति’ खेतों की कोख में पल रही है, संघर्ष का जन्म होगा, अब रण ‘भीषण’ होगा।’’ गौरतलब है कि बड़ी संख्या में किसान पिछले साल नवम्बर से दिल्ली से लगी सीमाओं पर केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
9 माह से कृषि के क्रूर काले कानूनों के ख़िलाफ़ एक "क्रांति' खेतों की कोख में पल रही है ,
संघर्ष का जन्म होगा,
अब रण "भीषण" होगा ।#FarmersProtest pic.twitter.com/2GcuCiUkd0
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 27, 2021
उनकी मांग तीनों कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने की है। सरकार और किसानों के Farmers Protest बीच इस संबंध में 10 दौर की बातचीत भी हुई, लेकिन दोनों पक्षों के बीच गतिरोध अब भी कायम है। पिछले कुछ महीनों से कोई बातचीत नहीं हुई। सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में है।