लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि कानून वापस लेने के केन्द्र के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बात करते हुये कहा, ”तीन कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री द्वारा वापस लिये जाने के फैसले का मैं उत्तर प्रदेश शासन की ओर से हदय से स्वागत करता हूं । हम सब जानते हैं कि तीन कृषि कानूनों को लेकर कुछ किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे। आज गुरुपर्व पर प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर जो ऐतिहासिक कार्य किया है, उसका मैं ह्रदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं।”
उन्होंने कहा, ‘‘यद्यपि शुरू से ही एक बड़ा समुदाय ऐसा था जो इस बात को मानता था कि किसानों की आमदनी बढ़ाने में इस प्रकार के कानून महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, इसके बावजूद कुछ किसान संगठन इनके विरोध में उतर आए । सरकार ने हर स्तर पर संवाद का प्रयास किया, हो सकता है कि हमारे स्तर पर कोई कमी रह गयी हो। अपनी बात को उन लोगों को समझाने में हम लोग कहीं न कहीं विफल रहे, जिसके कारण उन्हें आंदोलन के रास्ते पर आगे बढ़ना पड़ा। लेकिन लोकतंत्र के इस भाव का सम्मान करते हुये तीनों कृषि कानून को वापस लेने और एमएसपी को लेकर एक समीति के गठन के निर्णय का हम प्रदेश सरकार की ओर से ह्रदय से स्वागत करते हैं।”
कृषि क़ानून चाहें जैसे भी रहे हों लेकिन अगर कहीं से भी आवाज़ निकली है तो लोकतंत्र में संवाद की अनसुनी नहीं कर सकते। जब कहीं से आवाज़ उठी है तो उसकी भी सुनवाई होगी, बातचीत से, संवाद से हम इन समस्याओं का समाधान करेंगे: कृषि क़ानून रद्द होने पर उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ, लखनऊ pic.twitter.com/opwPzfk1wX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021