Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेवा के दौरान पुलिसकर्मियों की मृत्यु होने पर आश्रित परिवार को तत्काल एक लाख रुपये देने की शनिवार (21 अक्टूबर) को घोषणा की। साथ ही उन्होंने अगले तीन वर्षों में पुलिसकर्मियों के आवास के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान करने और अराजपत्रित पुलिस कर्मियों का निःशुल्क वार्षिक स्वास्थ्य परीक्षण कराने की घोषणा भी की।
देहरादून में पुलिस स्मृति परेड में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ने विभाग में मृतक आश्रितों की भर्ती संबंधी अड़चनों को दूर करने की भी घोषणा की। पुलिस लाइंस में शहीद स्मारक पर पुलिस एवं अर्द्ध सैन्य बलों के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रदेश के शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री धामी ने क्या कुछ कहा?
इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि पुलिस व्यवस्था किसी भी राज्य की सुरक्षा का एक आवश्यक अंग है और उत्तराखंड पुलिस भी सेवा की भावना से शांति एवं कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए अनेक चुनौतियों जैसे नशा, साइबर अपराध, महिला अपराध, आपदा एवं भूस्खलन संबंधी राहत कार्य, यातायात व्यवस्था, चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा आदि का प्रबंधन करती है।
पुलिस कर्मियों की तारीफ की
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा में आये करीब चार करोड़ से अधिक एवं चारधाम यात्रा में अब तक पहुंचे लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुगम बनाने एवं उन्हें दर्शन कराने में सराहनीय योगदान देने के साथ ही प्रदेश में जी-20 सम्मेलन की तीनों बैठकों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लक्ष्य के साथ 2021 से अब तक चार हजार से ज्यादा नशे के सौदागरों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए पुलिस ने लगभग 40 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ बरामद किए। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि पिछले एक वर्ष में भारत में राज्य पुलिस एवं केन्द्रीय सुरक्षा बलों के कुल 188 कर्मियों ने कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी है जिसमें उत्तराखंड के भी चार पुलिसकर्मी शामिल हैं।