Pres Vu eye drops Misinformation: प्रेसवू आई ड्रॉप इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस आई ड्रॉप को दुनिया का पहला ऐसा ड्रॉप बताया जा रहा है, जो आंखों से चश्मे को हटाने में प्रभावी हो सकता है।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि यह आई ड्रॉप आंखों में डालने से पढ़ते समय लगाए जाने वाला नजर का चश्मा उतर जाएगा। एन्टोड फ़ार्मास्युटिकल्स (Entod Pharmaceuticals) ने कथित तौर पर मंगलवार को इस आई ड्रॉप को लॉन्च किया है।
लेकिन अब इस फ़ार्मास्युटिकल्स कंपनी द्वारा Pres Vu को लेकर किए गए दावों को गलत ठहराया जा रहा है।
ड्रॉप से आंखों पर होगा साइड इफेक्ट
जब पाइलोकार्पिन ड्रॉप को आंखों में डाला जाता है, तब इससे आंख की पुतली करीब 6 घंटों के लिए छोटी हो जाती है, जिससे रेटिना पर रेज सीधी पड़ने लगती हैं और लोगों को पास व दूर की चीजें तक साफ नजर आने लगती हैं. इसे पिन होल इफेक्ट कहा जाता है.
जो लोग इसे चश्मे के विकल्प के रूप में देख रहे हैं, उन्हें यह समझना होगा कि चश्मा न लगाने के लिए हर 6 घंटे में यह ड्रॉप आंखों में डालना होगा.
ज्यादा इस्तेमाल करने से इस ड्रॉप के आंखों पर कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं. इससे सिरदर्द, विजन ब्लर होना, आंखों में डिसकंफर्ट और इरिटेशन हो सकती है.
क्या किया गया था रिपोर्ट्स में दावा
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दवा की एक बूंद सिर्फ डालने के बाद इसका असर छह घंटे तक रहता है. कंपनी ने बताया है कि यदि दवा की दूसरी बूंद तीन से छह घंटे के भीतर डाली जाए तो इसका असर ज्यादा लंबे समय तक रहेगा.
कंपनी का दावा है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह से, प्रिस्क्रिप्शन-आधारित ड्रॉप्स 350 रुपये की कीमत पर फार्मेसियों में उपलब्ध होंगे. यह दवा 40 से 55 साल की आयु के लोगों के लिए हल्के से मध्यम प्रेसबायोपिया के उपचार के लिए होगी.
अच्छी बात ये है कि इस दवा का परीक्षण बड़े पैमाने पर भारतीय आबादी पर किया गया है जिसके अच्छे नतीजे मिले हैं. DROP निर्माताओं ने इस अनूठे फॉर्मूलेशन और इसकी निर्माण प्रक्रिया के लिए पेटेंट के लिए भी आवेदन किया है.
दावा है कि इनका फॉर्मूला न केवल पढ़ने के चश्मे की आवश्यकता को खत्म करता है बल्कि आंखों के लूब्रिकेशन का काम भी करता है.
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