भोपाल। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने विगत दिनों हुई Fake Ration Card जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दो कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को निलंबित और एक अधिकारी के विरूद्ध विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए है। उत्तर भोपाल के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी दिलीप यादव ने गत दिवस जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की। आज गुरुवार को कलेक्टर लवानिया ने संज्ञान लेते हुए उक्त आदेश जारी किए है। जांच में पाया गया कि कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मयंक द्विवेदी एवं प्रताप सिंह द्वारा अनाधिकृत रूप से कार्यालय से बाहर, बीपीएल राशन कार्ड एवं खाता रजिस्टर ले जाकर अनाधिकृत व्यक्तियों से राशन कार्ड बनवाना, कोरे राशन कार्ड पर हस्ताक्षर करना तथा कोरे बीपीएल राशन कार्ड तथा खाता रजिस्टर जैसे शासकीय दस्तावेज को अनाधिकृत व्यक्ति को सौंपने का कार्य किया जाना पाया गया है। यह कृत्य शासकीय सेवक के आचरण के विरुद्ध और गंभीर अनियमितता की श्रेणी में आता है।
प्रताप सिंह कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी और मयंक द्विवेदी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी के खिलाफ निलंबन के आदेश जारी किए हैं। इसी प्रकार दिनेश अहिरवार सहायक आपूर्ति अधिकारी के विरुद्ध विभागीय जांच संस्थित करने के आदेश जारी किए गये हैं। निलंबन अवधि में दोनो कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी का मुख्यालय बैरसिया एसडीएम कार्यालय रहेगा ।इन अधिकारियों को निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
ये है मामला
चांदबड़ क्षेत्र में बीते सात नवंबर को देर रात छापामार कार्रवाई के दौरान एक सेल्समैन रमेश गौतम के घर से 800 राशन कार्ड बरामद हुए थे। इन सभी बीपीएल राशन कार्डों में अधिकारियों के हस्ताक्षर थे और विभागीय सील लगी हुई थी। सभी राशन कार्ड कोरे थे, इनमें किसी का नाम दर्ज नहीं था। इस तरह यह सभी राशन कार्ड फर्जी थे। हालांकि ये किसी अपात्र व्यक्ति को जारी नहीं हुए थे। इस मामले में बैठाई गई मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। हस्ताक्षरयुक्त कार्ड दफ्तर से बाहर जाना एक गंभीर लापरवाही माना गया है, इसके चलते सहायक आपूर्ति अधिकारी (एएसओ) दिनेश अहिरवार के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है।