भोपाल। राजधानी में टैक्सिडो नाम की एक कंपनी सरकारी कार्यालयों में कार किराए पर चलाने का झांसा देकर कई कारें लेकर फरार हो गई है। एमपी नगर थाने में इस तरह की धोखाधड़ी के तीस आवेदन आ चुके है। पीड़ितों का कहना है कि तकरीबन 170 लोगों के साथ यह धोखाधड़ी की गई है।
राजधानी की एमपी नगर पुलिस ने 17 फरवरी को टैक्सिडो नाम की इस ठग कंपनी के मालिक वरुण उर्फ राहुल बंसल पर केस दर्ज किया था। इसके साथ ही कंपनी के मैनेजर रविकांत विश्वकर्मा को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं शिकायतकर्ताओं का यह भी दावा है आरोपियों ने फेक कंपनी बनाकर करीब 170 लोगों की कारों पर हाथ साफ किया है।
सेमरा कलां, अशोका गार्डन में रहने वाले विकेश सिंह समेत 30 लोग पुलिस कमिश्नर के कार्यालय पहुंचे। जहां विकेश सिंह ने कहा कि नवंबर 2021 में उसने अपनी ब्राण्ड न्यू कार 25 हजार रुपए महीने की दर से टैक्सिडो कंपनी को किराए पर दी थी। कंपनी का ऑफिस एमपी नगर जोन-1 में मौजूद था। कंपनी के मैनेजर रविकांत द्वारा प्रति महीने 25 हजार रूपए किराया देने की बात कही गई थी। लेकिन महज 1 महीने का किराया दिया गया। इसके बाद से कार पता नहीं चला है। वहीं मैनेजर से बात करने पर वह धमकी देता है कि कार अब नहीं मिलेगी। विकेश ने आगे कहा कि इस तरह से तकरीबन 170 लोगों की गाड़ियों को कंपनी हड़प गई है। यह सभी कारें, भिंड, मुरैना ले जाई गई हैं।
4 आधार कार्ड रखता था आरोपी
विकेश सिंह के मुताबिक आरोपी वरुण उर्फ राहुल बंसल ने धोखाधड़ी करने के लिए चार आधार कार्ड बनाए हुए हैं। जिसके कारण उसका असली नाम आज तक पता नहीं चला है। वह किसी को अपना नाम राहुल बंसल बताता, तो किसी को वरुण बंसल बताता है। वह खुद को कोलार का रहने वाला बताता था। पुलिस कारों की भी तलाश कर रही है।
पुलिस जांच में जुटी
टीआई सुधीर अरजरिया का कहना है कि इस प्रकार की 30 शिकायतें आ आई हैं। आरोपी लोगों को सरकारी विभागों में गाड़ियां अटैच कराने की बात कहकर कार लेते थे, इसके बाद आरोपी ने कार लौटाई न ही किराया दिया है। पुलिस शिकायतों की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।