नई दिल्ली। साइबर सुरक्षा पर नजर रखने वाली कंपनी पी-क्लाउड ने एक बड़ा खुलासा किया है। उनका का दावा है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन जैसी कंपनियां अपने यूजर्स के 80 प्रतिशत डाटा को तीसरी पार्टी से शेयर करती है। कंपनी ने ये खुलासा ऐप स्टोप पर मौजूद 100 प्रमुख मोबाइल एप्लीकेशन के एक शोध में किया है। कंपनी का कहना है कि यूजर्स के डाटा को शेयर करके ये प्रमुख कंपनियां प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से तीसरी पार्टी से वित्तीय लाभ कमाती है।
100 में से 80 ऐप को कंपनियां बेच रही हैं डाटा
पी-क्लाउड ने अपने मूल्यांकन में बताया है कि 100 में से 80 ऐप किसी न किसी रूप में फेसबुक, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन जैसी कंपनियों से डाटा ले रहे हैं और वे अपने उत्पाद को बचने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही पी-क्लाउड ने ये भी खुलासा किया है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम अपने यूजर्स से लिए गए डाटा में से 85 प्रतिशत का इस्तेमाल खुद भी करते हैं। इसमें यूजर्स की निजी जानकारी, सर्च-ब्राउजिंग हिस्ट्री और मोबाइल फोन की जानकारी शामिल है।
इंस्टाग्राम डाटा शेयर करने के मामले में सबसे आगे
पी-क्लाउड ने तीसरी पार्टी को डाटा शेयर करने के मामले में इंस्टाग्राम को सबसे आगे पाया है। कंपनी का दावा है कि इंस्टाग्राम अपने करोड़ों यूजर्स का 80 प्रतिशत तक डाटा तीसरे पार्टी को मुहैया करवा रहा है। इनमें यूजर्स की खरीदारी हिस्ट्री, लोकेशन, कॉन्टैक्ट, यूजेज और प्रोफाइल डाटा शामिल है। इसके बाद फेसबुक और लिंक्डइन का नंबर आता है। ये दोनों करीब 52 प्रतिशत डाटा थर्ड पार्टी को शेयर करते हैं।
इन ऐप को पाया गया सुरक्षित
साइबर सुरक्षा पर नजर रखने वाली कंपनी के अनुसार इस मामले में सिग्नल, क्लब हाउस और टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग ऐप सुरक्षित हैं। इसके अलावा नेटफ्लिक्स, माइक्रोसॉफ्ट टीम, गूगल क्लासरूम आदि ऐप भी सुरक्षित हैं। हालांकि कंपनी ने फिर भी यूजर्स को आगाह किया है कि अपने डाटा की अनुमति देने से पहले यूजर्स सावधआनी बरतें।