नई दिल्ली। Eyes TB Signs टीबी एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है। पर क्या आप जानते हैं पेट और फेंफड़ों के टीबी के अलावा भी कई प्रकार से टीबी की बीमारी होती है। इन्हीं में से एक है आंखों का टीबी। जो अब लोगों को अपना शिकार बना रही है। यदि आपको नहीं पता तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आंखों में टीबी के क्या लक्षण हैं।
देर से चलता है पता — Eyes TB Signs
आपको बता दें टीबी यानि टयूबरक्लोसिस एक घातक बीमारी मानी जाती है। जो शरीर के किसी भी हिस्से का प्रभावित कर सकती है। फेफड़े से लेकर आंत के टीबी के लक्षण तो तेजी से दिखने पर इस बीमारी को समय रहते काबू पाया जा सकता है, लेकिन शरीर के दूसरे कई हिस्सो में इसके संक्रमण का पता लगाने में यदि देर हो जाए तो आपकी जिंदगी पर भी बन सकती है। इसी में से एक है आंखों का टीबी। जानकारों के अनुसार इस समय आंख से लेकर दिमाग, हड्डी और स्पाइन का टीबी तेजी से लोगों को ग्रसित कर रहा है।
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ये हैं आंखों की टीवी के लक्षण — Eyes TB Signs
आपको बता दें आंखों में टीबी होने पर मरीज को आंखों में धुंधलापन, सिर में दर्द, तेज चमक और आंख लाल होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। अगर आपको भी कुछ इसी तरह के लक्षण अपनी आंखों मेें दिखाई दें तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। इनके दिखते ही बिना देरी करे आंखों के डाॅक्टर से एडवाइज लें। अन्यथा लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है।
क्या कहती है टीबी की रिपोर्ट —Eyes TB Signs
आपको बता दें टीबी की 2022 को लेकर की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही एक्सट्रा पल्मोनरी टीबी के केस फेफड़ों की टीबी की तुलना में एक तिहाई हैं। इतना ही नहीं रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि ये टीबी का संक्रमण कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को सबसे पहले अपना शिकार बनाता है। आपका बता दें यहां एक्सट्रा पल्मोनरी टीबी के एक लाख 12 हजार 268 से भी ज्यादा केस सामने आए थे।
इसके संक्रमण की कोई नहीं उम्र — Eyes TB Signs
आपको बता दें टीबी को लेकर कहा जाता है कि इसके होने की कोई उम्र नहीं होती। ये किसी भी बच्चों को आपना शिकार बना लेते हैं। नेत्र विशेषज्ञों की मानें तो आंखों का टीबी किसी भी एज में हो सकता है। सबसे दिक्कत वाली बात ये है इस बीमारी की जानकारी लगते—लगते तक बहुत देर हो चुकी होती है। जब तक यह पूरी तरह से आंखों को अपनी जद में ले लेता है। कई लोग इसके लक्षणों को देखते हुए दवाई ले लेते हैं और लापरवाही कर बैठते हैं।
आंखों का सैंपल लेना संभव नहीं — Eyes TB Signs
नेत्र रोग विशेषज्ञों की सबसे बड़ी चुनौती इसकी दवाइयों को लेकर है। जिसमें लक्षण देखने पर आंखों को दवाई देना आसान नहीं होता। डाॅक्टरों को टीबी रोगियों को सही करने के लिए टिशु पाॅजिटिव साक्ष्यों की जरूरत होती है। इसके लिए टीबी की पुष्टि के लिए सैंपल लेना जरूरी होता है और आंख हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है जिसकी सैंपलिंग नहीं की जा सकती। इस स्थिति में डाॅक्टर अपने अनुभव के आधार पर इनकी दवाई शुरू कर देते हैं। कुछ डाॅक्टर बिना जांच के टीबी की दवा शुरू करने से इनकार करते हैं, तो वहीं कुछ आंखों के डाॅक्टरों को मरीजों में फैल रही बीमारी को देखते हुए दवा शुरू करनी पड़ती है।