Epfo Edli Scheme Changes: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना (EDLI) में बड़े बदलाव किए हैं।
अब यदि कर्मचारी की मृत्यु उसकी अंतिम सैलरी मिलने के 6 महीने के अंदर हो जाती है, तो भी उसके नॉमिनी को बीमा लाभ मिलेगा, भले ही PF खाते में कोई राशि न हो।
यह फैसला लाखों कर्मचारियों के परिवारों के लिए राहत लेकर आया है।
50,000 बीमा राशि की गारंटी
नए नियमों के तहत यदि कर्मचारी की मृत्यु सेवा के दौरान हो जाती है, तो उसके परिवार को कम से कम 50,000 रुपये का बीमा लाभ मिलेगा।
पहले यह लाभ तभी मिलता था जब कर्मचारी के पीएफ खाते में 50,000 रुपये या उससे ज्यादा जमा होता था, लेकिन अब यह शर्त हटा दी गई है।
60 दिन तक के गैप को नहीं माना जाएगा ब्रेक
Safety Alert!
💡 Security Beyond Service Tenure!
Under the EDLI Scheme, 1976, a minimum benefit of ₹50,000 is assured — even if the member hasn't completed one year of continuous service.
Ensuring protection for every worker’s family. 🛡️👨👩👦
🔍 Scan the QR to know more!#EPFO… pic.twitter.com/qQWIK7aIvT— EPFO (@socialepfo) July 23, 2025
EPFO ने एक और जरूरी बदलाव किया है। अब अगर दो नौकरियों के बीच अधिकतम 60 दिनों का गैप है, तो उसे नौकरी में रुकावट नहीं माना जाएगा।
इसका मतलब है कि 12 महीनों की सेवा अवधि गिनने में यह गैप कोई प्रभाव नहीं डालेगा। इससे उन कर्मचारियों को राहत मिलेगी जिन्होंने अलग-अलग कंपनियों में काम किया है और बीच में थोड़ा ब्रेक लिया है।
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सैलरी बंद होने के 6 महीने बाद तक मिलेगा बीमा लाभ
नए नियम के मुताबिक, कर्मचारी की आखिरी सैलरी मिलने के 6 महीने के अंदर यदि उसकी मृत्यु होती है, तो भी नॉमिनी को EDLI योजना के तहत बीमा का लाभ मिलेगा। यानी सैलरी बंद होने और PF कटना बंद होने के बाद भी यह सुरक्षा कवच लागू रहेगा।
क्या है EDLI योजना?
कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना (EDLI) EPFO द्वारा चलाई जाती है, जिसका उद्देश्य संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को नौकरी के दौरान अप्रत्याशित मृत्यु की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा देना है।
इस योजना में कर्मचारी को कोई योगदान नहीं देना होता। मौत होने पर कानूनी उत्तराधिकारी को लंपसम बीमा राशि मिलती है। यह राशि 2.5 लाख रुपये से लेकर 7 लाख रुपये तक हो सकती है।
अब मिलेगा 7 लाख रुपये तक का फ्री बीमा
EPFO ने पीएम खाता धारकों को बड़ा तोहफा दिया है। बता दें कि EPFO की कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना (EDLI) को लेकर बड़ा फैसला किया गया है। इन नियमों के तहत डेथ क्लेम प्रोसेस (Death Claim Process) को आसान करते हुए बीमा लाभ को भी बढ़ा दिया है। इससे हर साल कई हजार परिवारों को वित्तीय सहायता मिलेगी।
जीवनभर का सुरक्षा कवच
प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) न केवल रिटायरमेंट के लिए बचत का माध्यम है, बल्कि नौकरी के दौरान किसी भी आपात स्थिति में फाइनेंशियल सपोर्ट भी देता है। यह कर्मचारियों के लिए एक मजबूत फाइनेंशियल सिक्योरिटी प्रोसेस के रूप में काम करता है।
नए कर्मचारियों को भी लाभ
पहले यदि कर्मचारी का नौकरी शुरू करने के एक साल के अंदर मृत्यु हो जाती थी, तो उनके परिवार को बीमा लाभ नहीं मिलता था। अब नए नियमों के अनुसार ऐसे मामलों में परिवार को ₹50,000 का फाइनेंशियल सपोर्ट मिलेगा।
नौकरी बदलने पर भी मिलेगा लाभ
अब अगर कोई कर्मचारी नौकरी बदलता है और दो नौकरियों के बीच दो महीने तक का गैप आता है, तो भी उसकी बीमा सुरक्षा (Insurance Coverage) जारी रहेगी। इससे परिवार की वित्तीय सुरक्षा (Financial Security) बनी रहेगी।
बीमा राशि में बढ़ोतरी
स्कीम में बदलाव के बाद अब बीमा राशि की सीमा बढ़ाकर ₹2.5 लाख से ₹7 लाख कर दी गई है। यह राशि पिछले 12 महीनों के एवरेज सैलेरी के आधार पर तय की जाती है।
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PF जमा में देरी पर अब कम लगेगा फाइन
अब EPF जमा में देर होने पर एम्प्लॉयर पर लगने वाला फाइन कम करते हुए केवल 1% प्रति माह कर दिया गया है। इससे कंपनियों को राहत मिलेगी और कर्मचारियों को समय पर लाभ मिलेगा।
2024-25 के लिए इंटरेस्ट रेट
वित्तीय वर्ष 2024-25 (Financial Year 2024-25) के लिए EPF पर 8.25% की वार्षिक ब्याज दर (Annual Interest Rate) घोषित की गई है, जिससे कर्मचारियों को उनके इनवेस्ट पर बेहतर रिटर्न मिलेगा।
कैसे मिलता है बीमा लाभ?
यदि किसी कर्मचारी की मृत्यु नौकरी के दौरान हो जाती है, तो उसके नामांकित व्यक्ति (Nominees) या कानूनी वारिस को ₹2.5 लाख से ₹7 लाख तक की बीमा राशि मिलती है। इस स्कीम के अंतर्गत कर्मचारियों से कोई प्रीमियम नहीं लिया जाता, बल्कि एम्प्लॉयर 0.5% का योगदान करते हैं।
हजारों परिवारों को मिलेगा लाभ
EPFO के इन बदलावों से हर साल 1,000 से ज्यादा नौकरी के दौरान हुई मौतों के मामलों में प्रभावित परिवारों को आर्थिक राहत (Financial Security) मिलेगी और सोशल सिक्योरिटी सिस्टम मजबूत होगा। इससे कर्मचारियों में सिक्योरिटी की भावना भी बढ़ेगी।
UAN एक्टिवेशन क्यों है जरूरी?
EPFO की अपनी सर्विस जैसे EPF विड्रॉल, पेंशन (EPS) और EDLI इंश्योरेंस का लाभ का क्लेम करने के लिए UAN का एक्टिव होना जरूरी है।
एक एक्टिव UAN से कर्मचारी की पहचान EPFO के रिकॉर्ड में सही तरीके से अपडेट होती है। यह पूरी प्रोसेस डिजिटल होती है और इससे आगे होने वाली किसी भी परेशानि से बचा जा सकता है।
ये लोग तुरंत एक्टिव कर लें UAN नंबर
ऐसे कर्मचारी जिनका आधार नंबर अभी तक UAN से लिंक नहीं है या जिनका UAN अब तक एक्टिव नहीं हुआ है, उन्हें तुरंत यह प्रोसेस पूरी करनी होगी। यदि एम्प्लॉयर ने EPFO स्कीम में नाम तो जोड़ दिया है लेकिन UAN एक्टिव नहीं कराया, तो कर्मचारी को खुद इसे एक्टिवेट कर लेना चाहिए।
UAN एक्टिवेट करने की प्रोसेस
कर्मचारी EPFO की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर इन आसान स्टेप्स से अपना UAN नंबर एक्टिव कर सकते हैं
- सबसे पहले EPFO की वेबसाइट https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in पर जाएं।
- “Activate UAN” लिंक पर क्लिक करें।
- UAN, नाम, जन्मतिथि, आधार नंबर और मोबाइल नंबर भरें।
- अपने मोबाइल पर आए OTP से वेरीफाई करें।
- लॉगिन क्रेडेंशियल सेट करें और प्रोसेस पूरा करें।
UAN एक्टिवेशन के बाद कर्मचारी EPFO से जुड़े सभी काम जैसे पीएफ बैलेंस देखना, क्लेम स्टेटस चेक करना और KYC अपडेट करना आसानी से कर सकते हैं।
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