Advertisment

छत्तीसगढ़ के आलोक शुक्ला को ग्रीन नोबल पुरस्कार: जानें किस क्षेत्र में कार्य के लिए दिया जाता है यह सम्मान

Environmentalist Alok Shukla: ग्रीन नोबल पुरस्कार के लिए चुने गए, जानें किस क्षेत्र में कार्य के लिए दिया जाता है यह सम्मान

author-image
BP Shrivastava
छत्तीसगढ़ के आलोक शुक्ला को ग्रीन नोबल पुरस्कार: जानें किस क्षेत्र में कार्य के लिए दिया जाता है यह सम्मान

हाइलाइट्स

  • हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समित' के संयोजक हैं आलोक शुक्ला
  • गोल्ड मैन पुरस्कार पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वालों को दिया जाता है
  • अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में आयोजित होगा सम्मान समारोह
Advertisment

Environmentalist Alok Shukla: छत्तीसगढ़ के पर्यावरणविद् आलोक शुक्ला को गोल्ड मैन एनवायरन्मेंटल पुरस्कार 2024 दिया जाएगा।

इसे ग्रीन नोबल पुरस्कार कहा जाता है। इस साल यह अवॉर्ड भारत के आलोक शुक्ला सहित दुनियाभर से 7 लोगों को प्रदान किया जा रहा है।

आलोक (Environmentalist Alok Shukla) 'हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समित' के संयोजक हैं।

Advertisment

यह पुरस्कार दुनिया भर में जमीनी स्तर के पर्यावरण चैंपियनों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।

हसदेव के आदिवासियों ने जताई खुशी

आलोक शुक्ला (Environmentalist Alok Shukla) को यह पुरस्कार अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में आयोजित कार्यक्रम में दिया जाएगा।

आलोक शुक्ला को यह सम्मान मिलने पर हसदेव के आदिवासियों और जंगल बचाने में जुटे कार्यकर्ताओं ने खुशी जताई है।

Advertisment

इसलिए दिया जा रहा है सम्मान

अवॉर्ड देने वाली संस्था गोल्ड मैन एनवायरन्मेंटल फाउंडेशन की ओर से बताया गया कि छत्तीसगढ़ में करीब 4,45,000 एकड़ में फैले घने हसदेव जंगल को बचाने के लिए

आलोक शुक्ला (Environmentalist Alok Shukla) ने काम किया। इस इलाके में 23 कोयला खदानें हैं।

संस्था ने हसदेव अरण्य की 21 कोयला खदानों की नीलामी रदद् कराई

संस्था की ओर से बताया गया कि जुलाई 2022 में सरकार ने हसदेव अरण्य में 21 प्रस्तावित कोयला खदानों को रद्द कर दिया। हसदेव अरण्य को छत्तीसगढ़ के फेफड़े के रूप में जाना जाता है। यह जंगल जैव विविधता से भरा हुआ है।

Advertisment

आलोक शुक्ला ने कहा- खुशी का पल

अवॉर्ड लेने के लिए आलोक शुक्ला सैन फ्रांसिस्को पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित ही यह हमारे लिए खुशी का पल है।

हमारे इतने वर्षों के कार्यों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। इस अवॉर्ड के लिए सम्पूर्ण एशिया महाद्वीप से प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है, जो निश्चित ही गौरव का पल है।

उन्होंने कहा कि, ग्रीन नोबल पर्यावरण के लिए दिया जाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा अवॉर्ड है।

Advertisment

यह सम्मान हसदेव के समृद्ध जंगल, पर्यावरण बचाने के लिए 12 वर्षों से संघर्षरत आदिवासियों और इस आंदोलन से जुड़े प्रत्येक नागरिक का है।

इससे हसदेव के जमीनी संघर्ष को मजबूती मिलेगी और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन भी मिलेगा।

ये खबर भी पढ़ेंCG News: बिलासपुर में PM Modi और Amit Shah की फोटो को एडिट कर बनाया भगवान, बीच में लगाई महिला की आपत्तिजनक फोटो

Advertisment

साल 2024 के गोल्डमैन पुरस्कार विजेता

  • एशिया से भारत (छत्तीसगढ़) के आलोक शुक्ला
  • अफ्रीका से दक्षिण अफ्रीका के नॉनहले मबुथुमा और सिनेगुगु ज़ुकुलु
  • यूरोप से स्पेन के टेरेसा विसेंट
  • ऑस्ट्रलिया से मुर्रावाह मारूची जॉनसन
  • उत्तरी अमेरिका से यूएसए के एंड्रिया विडौर्रे
  • दक्षिण अमेरिका से ब्राजील के मार्सेल गोम्स

क्या है गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार

गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार की स्थापना 1989 में सैन फ्रांसिस्को के दिवंगत नागरिक नेताओं और परोपकारी रिचर्ड और रोडा गोल्डमैन की ओर से की गई थी।

पुरस्कार विजेताओं का चयन अंतरराष्ट्रीय जूरी करती है। इसके लिए विश्व स्तर पर नामांकन मांगे जाते हैं।

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें