Pyaaz Ki Kachori Recipe: मानसून का मौसम और गरमा-गरम कचौरी का आनंद लेना एक अलग ही अनुभव होता है। इस मौसम में अक्सर हल्की-फुल्की बारिश होती है, जिससे मौसम ठंडा और सुहाना हो जाता है। ऐसे में प्याज की कचौरी एक लोकप्रिय व्यंजन बन जाती है।
प्याज की कचौरी बाहर से कुरकुरी और अंदर से मसालेदार होती है, जो चाय के साथ खाने पर एक अद्भुत स्वाद देती है। इसे बनाने के लिए आटे को तैयार किया जाता है और उसमें प्याज, हरी मिर्च, धनिया पत्ती, और विभिन्न मसालों का भरावन डाला जाता है।
बारिश की बूंदों के साथ गरमागरम कचौरी का आनंद लेना सचमुच दिल को खुश कर देता है। चाहे परिवार के साथ हो या दोस्तों के साथ, प्याज की कचौरी मानसून के मौसम में अलग ही मजा देती है.
आटे के लिए:
मैदा: 2 कप, नमक: 1/2 छोटा चम्मच, घी/तेल: 1/4 कप, पानी: आवश्यकतानुसार (आटा गूंधने के लिए)
भरावन के लिए:
प्याज: 3-4 (बारीक कटा हुआ), हरी मिर्च: 2-3 (बारीक कटी हुई), अदरक: 1 इंच का टुकड़ा (बारीक कटा हुआ), धनिया पाउडर: 1 छोटा चम्मच, सौंफ: 1 छोटा चम्मच, जीरा: 1 छोटा चम्मच, हल्दी पाउडर: 1/4 छोटा चम्मच, लाल मिर्च पाउडर: 1 छोटा चम्मच, अमचूर पाउडर: 1 छोटा चम्मच, गरम मसाला: 1/2 छोटा चम्मच, हरा धनिया: 2 टेबलस्पून (बारीक कटा हुआ), नमक: स्वादानुसार, तेल: तलने के लिए
कैसे बनाएं
आटा गूंधना:
एक बड़े बर्तन में मैदा लें। उसमें नमक और घी/तेल मिलाएं और अच्छे से मिला लें। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी डालते हुए नरम आटा गूंध लें। आटे को 15-20 मिनट के लिए ढक कर रख दें।
भरावन तैयार करना:
एक कढ़ाई में थोड़ा तेल गरम करें। उसमें जीरा और सौंफ डालें और हल्का भून लें। अब अदरक और हरी मिर्च डालें और भूनें। प्याज डालें और सुनहरा होने तक भूनें। हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, अमचूर पाउडर और नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं। मिश्रण को ठंडा होने दें और उसमें हरा धनिया और गरम मसाला मिलाएं।
कचौरी बनाना:
गूंधे हुए आटे की छोटी-छोटी लोइयां बना लें। हर लोई को बेल लें और बीच में भरावन का मिश्रण रखें। किनारों को इकट्ठा कर बंद कर दें और फिर से हल्का बेल लें। इसी तरह सभी कचौरियां तैयार कर लें।
तलना:
एक कढ़ाई में तेल गरम करें। गरम तेल में कचौरियों को धीमी आंच पर सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें। तली हुई कचौरियों को तेल से निकाल कर टिश्यू पेपर पर रखें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।
परोसना:
गरमागरम प्याज की कचौरी को हरी चटनी या इमली की चटनी के साथ परोसें।
सुझाव:
कचौरियों को धीमी आंच पर ही तलें ताकि वे अंदर से भी अच्छी तरह पक जाएं। भरावन में अपने पसंद के अनुसार मसालों का स्वाद बढ़ा या घटा सकते हैं।