Elephants in MP : मध्यप्रदेश में चीतों के बाद अब हाथियों की एंट्री होने वाली है। प्रदेश के जंगलों में अब हाथियों की धमक होगी। जंगलों के जानवरों की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार 15 हाथियों को कर्नाटक से लेकर आ रही है। इसके लिए वन विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। हालांकि हाथी कब आएंगे यह अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि नवंबर महीने के अंत तक इन हाथियों को जंगलों में छोड़ जा सकता है।
3 से 5 हजार किलो होगा हाथियों का वजन
कर्नाटक के नागरहोल टाइगर रिजर्व से जिन हाथीयों को मध्यप्रदेश लाया जा रहा है, वह एशियाई हाथी हैं। यह हाथी प्रदेश के जंगल में वन्यप्राणियों की सुरक्षा का काम करेंगे। क्योंकि ये हाथी रात के समय में ज्यादा एक्टिव होते हैं। सामान्य हाथियों की अपेक्षा इनके कान बड़े होते हैं। बताया जा रहा है इन हाथियों का वजन 3 से 5 हजार किलो होता है और एक दिन में ये हाथी करीब 200 लीटर पानी पी जाते हैं। एशियाई हाथी आकार में छोटे होते हैं, इनका सर इनके शरीर का सबसे ऊंचा हिस्सा होता है।
आपको बता दें कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में अभी केवल 6 हाथी बचे हैं। ऐसे में वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए अब कर्नाटक से हाथियों को लाने की प्रक्रिया की जा रही है। यह भी बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश के श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से 8 चीतों को लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर 17 सितंबर को नामीबिया से आए आठ चीतों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। हाल ही में चीतों के द्वारा शिकार भी किया गया था। चीतों के शिकार का वीडियो भी सामने आया था।