रायपुर। बिजली उत्पादन में विदेशी कोयले के उपयोग से छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को जोर का झटका लगा है। बिजली की दर में प्रति यूनिट 30 पैसे का इजाफा कर दिया गया है। NTPC आयातित कोयले के इस्तेमाल के कारण प्रतिमाह सरकार को। 120 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। इसकी भरपाई करने उपभोक्ताओं पर 30 पैसे प्रति यूनिट की दर से VCA चार्जेस लगाया जा रहा है। विदेशी कोल के उपयोग से बिजली की उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हुई है।महंगाई की मार से जूझ रहे उपभोक्ताओं पर अब और भार पड़ेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की नीतियों और आयातित कोयले के। उपयोग से बिजली महंगी होने की बात पहले ही कही थी।
गरमाई सियासत
वहीं अब इस मामले में राजनीतिक सियासत भी तेज हो गई, जहां कांग्रेस ने बढ़ती बिजली बिलों को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है तो वहीं बीजेपी ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्होंने बिजली बिल हाफ करने के लिए कहा था वे अब जनता की जेब साफ कर रहे हैं। दरअसल छत्तीसगढ़ में 30 पैसे यूनिट बिजली महंगी होने का कारण विदेशों से आने वाले कोयले को माना जा रहा है। जिससे NTPC की बिजली महंगी हो गई है। पावर कंपनी पर भी डेढ़ सौ करोड़ का बोझ बढ़ गया है। वहीं अब वेरिएबल कॉस्ट के तहत घरेलू बिजली भी हो महंगी हो सकती है।